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गढ़वाल विवि में कुलपति की नियुक्ति की मांग लेकर गरजे छात्र, कुलसचिव का किया घेराव

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श्रीनगर, 27 नवम्बर। एचएनबी गढ़वाल विवि में कुलपति का पद रिक्त होने से अव्यवस्थाएं हावी हो रही हैं. गढ़वाल विवि की प्रशासनिक व्यवस्थाएं कार्यवाहक अधिकारियों के भरोसे चल रही हैं. जिस कारण सभी प्रशासनिक कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं. कुलसचिव पद पर भी स्थायी नियुक्ति न होने से सभी दैनिक कार्य कार्यवाहक कुलसचिव की ओर से किए जा रहे हैं. जबकि, वो नीतिगत निर्णय नहीं ले पा रहे हैं.
डिग्री समेत तमाम दस्तावेजों के लिए भटक रहे छात्र: एक नवंबर से अब तक 500 से ज्यादा छात्रों ने डिग्री के लिए आवेदन किया है, लेकिन छात्रों को डिग्री नहीं मिल पा रही है. गढ़वाल विवि से संबद्ध कॉलेजों समेत विवि के परिसरों से पास हुए छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. छात्र बीते 26 दिनों से डिग्री मिलने का इंतजार कर रहे हैं.
विवि में कुलपति का पद रिक्त होने के कारण डिग्री अनुभाग में छात्रों के आवेदन पत्रों का ढेर लगा हुआ है. इधर, दूर-दराज से डिग्री निकालने के लिए आने वाले छात्रों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है. जिससे गुस्साए छात्रों ने आज कुलसचिव कार्यालय का घेराव कर आक्रोश जाहिर किया.
छात्रों ने किया कुलसचिव कार्यालय का घेराव: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि में कुलपति नियुक्ति की मांग को लेकर बुधवार को जय हो छात्र संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने कुलसचिव का घेराव किया. इस दौरान छात्रों ने कहा कि कुलपति के सेवानिवृत्त को एक महीना होने वाला है, लेकिन अभी तक गढ़वाल विवि में कुलपति की नियुक्ति तक नहीं हो पाई है.
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुधांशु थपलियाल, छात्र नेता बिरेंद्र बिष्ट और दिव्यांशु बहुगुणा ने कहा कि गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो गई हैं, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी अभी तक नियमित और कार्यवाहक कुलपति की नियुक्ति नहीं हो पाई है.
दीक्षांत समारोह भी लटका: उन्होंने कहा कि कुलपति न होने कारण छात्रों को डिग्री, मार्कशीट समेत विवि से संबंधित अन्य दस्तावेज निकालने के साथ ही विवि के प्रशासनिक कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं. उनका कहना है कि छात्रों का सपना होता है कि वो किसी मंच से उपाधी लें, लेकिन गढ़वाल विवि में कुलपति नियुक्त न होने के कारण दीक्षांत समारोह भी नहीं करवाया जा रहा है.
दीक्षांत समारोह को लेकर दो महीने पहले ही कमेटी गठित हो जाती थी, वो कमेटी भी गठित नहीं हुई है. कुलपति न होने विश्वविद्यालय में तमाम अव्यवस्थाएं फैली हुई है. उन्होंने कहा कि यदि जल्द से गढ़वाल विवि में कुलपति की नियुक्ति नहीं होती है तो छात्र उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.
कुलपति की नियुक्ति को लेकर शिक्षा मंत्रालय से पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन अभी तक मंत्रालय से किसी प्रकार का जवाब नहीं मिला है. साथ ही कुलपति के ओर से भी पद छोड़ने को लेकर किसी भी प्रकार का पत्र नहीं मिला है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जो भी आदेश आएगा, उस पर पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. हर साल होने वाला दीक्षांत समारोह भी जल्द करवाया जाएगा. – प्रो. एनएस पंवार, प्रभारी कुलसचिव, गढ़वाल विवि

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