
सीकर। खाटू श्याम मेले में मची भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गयी। मंदिर के कपाट बंद होने के दौरान भीड़ बेकाबू हो गयी, जिससे तीन महिलाओं की जान चली गयी, वहीं कई लोग घायल हो गये हैं।
सूत्रों के अनुसार खाटू श्याम मंदिर में सुबह चार बजे भगदड़ मच गयी। मंदिर के कपाट बंद करते समय भीड़ बेकाबू हो गयी। इस दौरान कई महिला और पुरुष श्रद्धालु नीचे गिर गये। मृतकों में एक हरियाणा के हिसार निवासी शांति (63) पत्नी प्रीतम के की पहचान हो पाई है, बाकी दो की पहचान नहीं हो पायी है।
खाटूश्यामजी में पुत्रदा एकादशी पर मासिक मेला लगता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। आरती के लिए जब मंदिर के पट बंद किये गये तो पट के पास दबाव बढ़ गया और धक्का-मुक्की शुरू हो गयी। इसी धक्का-मुक्की में तीन महिलाएं नीचे गिरने से दब गयीं, जिनकी मौत हो गयी।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों की मृत्यु पर जताया दुख
प्रधानमंत्री मोदी ने खाटूश्यामजी हादसे को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि खाटूश्यामजी मंदिर परिसर में मची भगदड़ में लोगों की मौत से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ है। मैं प्रार्थना करता हूं कि जो लोग घायल हैं, वे जल्द ठीक हो जाएं।
मृतकों को पांच-पांच लाख और घायलों को 20-20 हजार की घोषणा
सीएम गहलोत, राजे सहित कई नेताओं ने गहरा दुख जताया है। सीएम ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख और घायलों को 20-20 हजार रुपये सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया कि सीकर में खाटू श्याम जी के मंदिर में भगदड़ होने से तीन दर्शनार्थी महिलाओं की मृत्यु बेहद दुखद एवं दुर्भावनापूर्ण है। मेरी गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।
मंदिर प्रशासन सवालों के कठघरे में
हादसे को लेकर मंदिर प्रशासन को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने भगदड़ के लिए मंदिर कमेटी और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहाकि जब लाखों लोग आते हैं तो क्यों तैयारियों के इंतजाम ठीक से नहीं किये जाते।