
देहरादून। प्रदेश में इन दिनों अशासकीय स्कूलों में क्लर्क एवं शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही हैं, जिसमें बड़े पैमाने पर खेल हो रहा है। खासकर हरिद्वार में हुई नियुक्तियों में भारी फर्जीबाड़ा सामने आने वाला है। 2021 में अब तक 600 से अधिक पदों पर कर्मचारियों एवं शिक्षकों की नियुक्तियां की गईं। पूर्व मंत्री और विभागीय लोगों की मिलीभगत के चलते गोरखपुर के लोगों को फर्जी निवास प्रमाण पत्रों के आधार पर हरिद्वार जिले में नियुक्ति दे दी गई।
अशासकीय स्कूलों में नियमों को ताक पर रखकर भर्तियां की जा रही हैं। एक पूर्व मंत्री के रिश्तेदार और करीबी लोगों को नियुक्ति देने के लिए सभी नियम कानून दरकिनार कर दिया गया। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी के अनुसार इस संबंध में जानकारी मिलने पर दो अधिकारियों की समिति का गठन कर मामले की जांच कराई जा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार शासन को मिली अशासकीय स्कूलों में शिकायतों के आधार पर अपर शिक्षा निदेशक मुख्यालय एसपी खाली और अपर शिक्षा निदेशक गढ़वाल मंडल महावीर सिंह बिष्ट की दो सदस्यीय समिति इस प्रकरण की जांच करेगी।
उन्होंने कहा कि अशासकीय स्कूलों में फर्जी नियुक्ति के साक्ष्य मिलने पर उसकी जांच कर जांच रिपोर्ट शिक्षा महानिदेशक को सौंपी जाएगी। शिक्षा निदेशक को अभी जांच रिपोर्ट का इंतजार है। समिति के सदस्यों की ओर से इसके लिए 20 दिन का समय मांगा गया है।
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