
कोटद्वार। शिकार करने के लिए एक गांव में घुसा गुलदार गांव से बाहर निकलते वक्त दीवार पार करते समय दीवार पर लगे पाइपों व किनारे रखी टिन की चादर में फंस गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी।
ग्वील तल्ला गांव में गुलदार ने कल सुबह 11 बजे के लगभग दो महिलाओं समेत तीन लोगों को अधमरा कर दिया था। वीरोंखाल के ग्राम ग्वील तल्ली निवासी केसर सिंह के मकान में एक गुलदार घुसा। केसर सिंह का परिवार गांव में नहीं रहता है। गुलदार उनके मकान से बाहर निकल रहा था। इसी दौरान गांव से होकर मैठाणाघाट बाजार की ओर जा रही ग्वील तल्ला निवासी जतुली देवी (90) पर बाघ ने हमला कर दिया। गुलदार के गांव में घुसते ही लोग अपने घरों में दुबक गये। गांव में हड़कंप मच गया।
आसपास मौजूद लोगों का शोर सुनकर गुलदार वहां से निकलकर आगे चला गया और सड़क किनारे खड़े नेपाली मूल के जय ठगुना पर झपट्टा मार दिया। इसके बाद गुलदार ने मैठाणाघाट में खेत में काम कर रही ग्वील तल्ला निवासी श्यामा देवी (85) पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों ने किसी तरह शोर मचाकर महिलाओं को आतंकी गुलदार के चंगुल से छुड़ाया।
टिन की चादर और रेलिंग के बीच फंसा गुलदार
मैठाणाघाट गांव में घुसा गुलदार एक दीवार को पार करने के दौरान दीवार के किनारे रखी टिन की चादर और लोहे की रेलिंग के बीच फंस गया। उससे निकलने का गुलदार ने काफी प्रयास किया, लेकिन वहां से वह बाहर नहीं निकल सका। इस बीच ग्रामीणों ने गुलदार पर लाठी डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया। कुछ देर बाद मौके पर ही गुलदार ने दम तोड़ दिया।