
हरिद्वार, 26 मार्च। तहसील प्रशासन, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और एचआरडीए की संयुक्त टीम ने बिना पंजीकरण चल रहे मदरसों के खिलाफ नवोदय नगर, रोशनाबाद, सलेमपुर, दादूपुर, गोविंदपुर आदि इलाकों में कार्रवाई की।
प्रदेश में 500 मदरसों का रजिस्ट्रेशन तक नहीं
सरकार ने हाल ही में प्रदेश के अंदर चल रहे मदरसों की जांच के आदेश दिए थे. पुलिस-प्रशासन की जांच में करीब 450 मदरसे तो रजिस्टर्ड मिले है, लेकिन 500 के करीब मदरसे ऐसे पाए गए है, जिनका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है. इम मदरसों पर पुलिस-प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। बिना पंजीकरण कराए अवैध तरीके से संचालित किए जा रहे मदरसों के खिलाफ प्रशासन की टीम ने अभियान चलाया। इस दौरान सिडकुल और रानीपुर क्षेत्र में पांच मदरसों को सील कर दिया गया। रोशनाबाद में पूर्व में संचालित होने के बाद अब बंद पड़े मदरसे के संचालक को नियमों को पूरा करने के बाद ही संचालन करने की हिदायत दी गई। कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस और पीएसी तैनात रही।
मदरसा मदीना फैजाने साबिर पाक रोशनाबाद में भी टीम पहुंची। जहां मदरसा प्रबंधक ने टीम को जानकारी दी कि बीते डेढ़ साल से मदरसा बंद है। अगर दोबारा इसका संचालन किया जाएगा तो पंजीकरण कराया जाएगा। प्रशासन की टीम ने हिदायत दी कि बिना पंजीकरण मदरसे का संचालन बिल्कुल न किया जाए। कार्रवाई के दौरान सिडकुल, रानीपुर पुलिस के अलावा पीएसी की टीम मौजूद रही। वहीं, खंड शिक्षाधिकारी भी शामिल रहे।
मदरसे बिना किसी पंजीकरण के संचालित हो रहे थे। नियमों का उल्लंघन होने पर पांच मदरसों को सील करने के बाद नोटिस दिए गए हैं। सभी को हिदायत दी गई है कि पंजीकरण कराने के बाद ही अनुमति लेकर मदरसों का संचालन शुरू किया जाए। अगर नियमों का उल्लंघन किया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
– प्रियंका रानी, तहसीलदार, हरिद्वार
मदरसे अवैध तो तब होगे जब उन्होंने किसी कानून का उल्लंघन किया हो. सरकार का मदरसा बोर्ड है, उसमें मदरसा खोलने और अप्लाई करने की प्रक्रिया है. उन्होंने आपके पास अर्जी लगाई है. आपने उसमें निर्णय नहीं दिया. आप निर्णय दीजिए, यदि आपके निर्णय के बाद भी कोई मदरसा खोलेगा तो अवैध कहलायेगा. जब आपने उस पर कोई निर्णय ही नहीं दिया है तो आप उसको अवैध कैसे कह सकते है.
-हरीश रावत, पूर्व सीएम
यदि जांच करा दी जाए तो अवैध बस्तियों का आधे से ज्यादा बसाने का काम कांग्रेस ने ही किया है. हरीश रावत अवैध मदरसों पर हो रही कार्रवाई से इसलिए भी डरे हुए है, क्योंकि सीएम धामी ने अवैध मदरसों की फंडिंग की जांच के भी आदेश दिए है. जांच की आच कही हरीश रावत या फिर कांग्रेस के किसी करीबी तक न पहुंच जाए, इसलिए वो जांच की आच से डरे हुए है.
विपिन कैंथोला, भाजपा नेता