
नई दिल्ली। डाक्टरी परीक्षा देने जा रही छात्राओं से जबरन इनरवियर और ब्रा उतरवाने का मामले सामने आया है। ऐसा किसी एक या दो छात्राओं के साथ नहीं, बल्कि सैकड़ों छात्राओं के साथ हुआ है। परीक्षार्थियों की बातें सुनकर आप भी सन्न रह जाएंगे।
देश-विदेश में 550 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर आयोजित देश की सबसे बड़ी परीक्षा बड़े विवादों में आ गयी है। छात्राओं से चेकिंग के दौरान इनरवियर और ब्रा उतारने का मामला जबर्दस्त तूल पकड़ रहा है। कई राज्यों से हिजाब, बुर्का और दुपट्टे उतरवाने के भी समाचार मिल रहे हैं।
ब्रा के हुक को बताया जा रहा है कारण
डाक्टर बनने की चाहत के लिए परीक्षा देने पहुंची सैकड़ों बेटियों को नियमों के खिलाफ अपना कैरियर दांव पर लगे होने के कारण परीक्षा केंद्रों पर ऐसी हरकतों को मजबूरी में झेलना पड़ा। वहीं रिपोर्ट्स के अनुसार परीक्षा केंद्र संचालकों की ओर से सफाई देते हुए कहा गया है कि बाहर जांच एजेंसी द्वारा छात्राओं से ब्रा उतरवाई गयी। इसके पीछे का कारण ब्रा का हुक बताया जा रहा है। ये हुक जो कि मेटल के बने होते हैं और मेटल डिटेक्टर के संपर्क में आने पर बीप करने लगते हैं, इसलिए ऐसा किया गया होगा। मामला केरल के कोल्लम का है, जहां मेडिकल प्रवेश परीक्षा देने से पहले छात्राओं को अपनी ब्रा उतारने को कहा गया।
नीट परीक्षा केंद्र ने पल्ला झाड़ा
मामले के तूल पकड़ते ही नीट परीक्षा संचालकों का कहना है कि इसमें कालेज प्रबंधन के सदस्य शामिल नहीं थे। बाहरी एजेंसियों द्वारा तलाशी और बायोमेट्रक जांच की गयी थी। वहीं ड्रेस कोड के अनुसार छात्राओं को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करते समय किसी भी धातु की वस्तु, आभूषण आदि पहनने की इजाजत नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार एनटीए की एडवाइजरी ब्रा और अंडरगारमेंट्स के बारे में बात नहीं करती।