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‘सरपंच साब’ या किंग कोहली कौन लगायेंगे नैया पार, आज पूरा दारोमदार उन्हीं पर

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अहमदाबाद, 2 जून। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स की टीम मंगलवार को यहां जब इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल में आमने-सामने होंगी तो उनका लक्ष्य यह प्रतिष्ठित ट्रॉफी जीतने का 18 साल का इंतजार खत्म करना होगा।

कोहली और आरसीबी का यह चौथा फाइनल
सभी की निगाहें हालांकि हाल में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले विराट कोहली पर टिकी रहेंगी जो शुरू से आर.सी.बी. से जुड़े होने के बावजूद अभी तक अपनी टीम को आई.पी.एल. का चैंपियन नहीं बना पाए हैं। आर.सी.बी. और कोहली का यह चौथा फाइनल होगा।

18 नंबर जर्सी में हजारों प्रशंसक आ सकते हैं नजर
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने वाले फाइनल मुकाबले में कोहली का समर्थन करने के लिए 18 नंबर की जर्सी पहने हजारों प्रशंसक नजर आ सकते हैं। आर.सी.बी. ने अपनी पिछली समस्याओं को पीछे छोड़कर इस बार शुरू से लेकर अंत तक अच्छा प्रदर्शन किया है।

क्वालीफायर राउंड को पंजाब को हरा चुका है आरसीबी
उसने पहले क्वालीफायर में पंजाब को 8 विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश किया और उनकी टीम अपने इसी प्रदर्शन को दोहराने के लिए प्रतिबद्ध होगी। कोहली (614 रन) ने हर साल की तरह इस बार भी अच्छा प्रदर्शन किया है।

वह इस साल भी आर.सी.बी. की बल्लेबाजी के मुख्य स्तंभ रहे। इस बार उन्हें अन्य खिलाड़ियों का भी अच्छा सहयोग मिला जिसने मुख्य अंतर पैदा किया। इस वर्ष कोहली अकेले ऐसे खिलाड़ी नहीं रहे हैं जिन पर सबका ध्यान केंद्रित रहा है, बल्कि उन्होंने चुपचाप आरसीबी को मजबूत करने का काम किया है। गेंदबाजी में शांत और धैर्यवान जोश हेजलवुड (21 विकेट) ने आर.सी.बी. के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह आईपीएल के वर्तमान सत्र में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में अभी चौथे स्थान पर है।

उसने 5 बार की विजेता मुंबई इंडियंस को हराकर 11 वर्षों के बाद पहली बार फाइनल में प्रवेश किया। 10 टीमों की अंक तालिका के दूसरे हाफ में लगातार शीर्ष पर रहने वाली पंजाब किंग्स ने कप्तान अय्यर और कोच रिकी पोंटिंग की देखरेख में महत्वपूर्ण प्रगति की है। अय्यर (603 रन) के नेतृत्व में पिछले साल कोलकाता नाइट राइडर्स चैंपियन बना था।

फाइनल में तीन टीमों का नेतृत्व कर चुके हैं अय्यर
आश्चर्य की बात नहीं है कि अय्यर टूर्नामैंट के 18 साल के इतिहास में एकमात्र क्रिकेटर हैं, जिन्होंने आईपीएल फाइनल में 3 अलग-अलग टीमों का नेतृत्व किया है, जिसमें दिल्ली कैपिटल्स तीसरी टीम है। प्रभसिमरन सिंह, जोश इंगलिस, प्रियांश आर्य और शशांक सिंह के रूप में अय्यर का साथ देने के लिए पंजाब किंग्स के पास अच्छे बल्लेबाज हैं, जिससे वह अपनी स्थिति को मजबूती से बनाए रख सकते हैं और विपक्षी खेमे पर आक्रामक हमले भी कर सकते हैं।

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