
रुद्रप्रयाग, 15 जून। गौरीकुंड के गौरीमाई खर्क में क्रैश हुए हेलिकॉप्टर के लिए आर्यन कंपनी के दो मैनेजरों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। फाटा के राजस्व उप निरीक्षक ने कंपनी के खिलाफ सोनप्रयाग पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें कहा गया कि लापरवाही से यह हादसा हुआ है।
रविवार को सुबह हेलिकॉप्टर हादसे का कारण भले ही खराब मौसम बताया जा रहा हो, पर इसे हेली कंपनी द्वारा यूकाडा और डीजीसीए के नियमों की अनदेखी भी माना जा रहा है। इस संबंध में दी गई तहरीर में कहा गया कि सुबह 5.24 बजे आर्यन हेली कंपनी को सुबह 6 से 7 बजे वाला स्लॉट आवंटित हुआ था, पर कंपनी ने हेलिकॉप्टर को सुबह 5.11 बजे ही उड़ाना शुरू कर दिया था, जिससे केदारनाथ से वापसी में सुबह 5.24 बजे हेलिकॉप्टर हादसा हो गया।
मानकों की अनदेखी का नतीजा है हेलीकाप्टर हादसा
तहरीर में कहा गया कि डीजीसीए और यूकाडा ने जारी एसओपी में फ्लाइंग स्लॉट के हिसाब से उड़ान करने को कहा था। इस बारे में आर्यन एविएशन के बेस मैनेजर विकास तोमर और एकाउंटेबल मैनेजर कौशिक पाठक ने अनदेखी की, जो दायित्यों के प्रति घोर लापरवाही है। फाटा राजस्व उप निरीक्षक ने हादसे में सात लोगों की मौत के लिए कंपनी के दोनों मैनेजरों को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना है। उनके खिलाफ कोतवाली सोनप्रयाग में भारतीय दंड संहिता की 28/2025 धारा 105, भारतीय न्याय संहिता 2023 और धारा 10 वायुयान अधिनियम 1934 बनाम विकास तोमर और कौशिक पाठक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कोतवाल राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि मुकदमा दर्ज होते ही अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
कंपनी देगी पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा
हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए मृतकों के परिजनों को आर्यन हेली एविएशन कंपनी पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे के तौर पर देगी। कंपनी के एकाउंटबल मैनेजर के पाठक ने कहा कि कंपनी सभी प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है। कंपनी हादसे के कारणों की जांच में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो को पूरा सहयोग करेगी और सभी प्रभावित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देगी।
छह यात्री एक पायलट की गई जान
रविवार को सुबह 5.21 बजे केदारनाथ हेलिपैड से आर्यन हेली कंपनी का हेलिकॉप्टर महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित अन्य जगहों के छह यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी के लिए टेकऑफ हुआ। लगभग 5.25 मिनट पर यह हेलिकॉप्टर गौरीकुंड से पांच किमी ऊपर जंगल क्षेत्र में पहुंचा, लेकिन यहां गौरी माई खर्क में कोहरा होने से दृश्यता कम होने के कारण पेड़ से टकराकर क्रैश हो गया। लेफ्टिनेंट कर्नल राजवीर सिंह चौहान, निवासी सी-42 राणा कॉलोनी, शास्त्री नगर, जयपुर, राजकुमार सुरेश जायसवाल (41), निवासी नंदीपेरा रोड, सैन मंदिर महाराष्ट्र, श्रद्धा सुरेश जायसवाल (35) पत्नी राजकुमार सुरेश जायसवाल, काशी (23 महीने) पुत्री राजकुमार सुरेश जायसवाल, विक्रम सिंह रावत (46), निवासी रांसी गांव, पो. ऊखीमठ, रुद्रप्रयाग, विनोद देवी (66) और तुष्टि सिंह (19), निवासी सिविल लाइन-दो, बिजनोराम बाग, बिजनौर, यूपी।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि इस हादसे में पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल राजवीर सिंह चौहान सहित सभी छह यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस, यात्रा मैनेजमेंट फोर्स के जवान मौके पर पहुंचे और सभी शव बरामद कर लिए। शवों को गौरीकुंड पहुंचाया गया और वहां से जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग भेज दिए गए। हादसे के बाद हेलिकॉप्टर का मलबा भी जल गया।
वहीं, केदारनाथ यात्रा हेलिकॉप्टर सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि विजिबिलिटी शून्य होने के कारण हेलिकॉप्टर अचानक पेड़ से टकरा गया जिससे यह हादसा हुआ। डीजीसीए ने अगले दो दिनों के लिए केदारनाथ के लिए हेलिकॉप्टर सेवा पर रोक लगा दी है।देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/
दो दिन हेली सेवा के संचालन पर रोक
सीएम धामी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल उच्च स्तरीय बैठक की। उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव, आपदा प्रबंधन सचिव, यूकाडा के सीईओ, गढ़वाल कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम ने सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, दो दिन हेली सेवा के संचालन पर रोक लगा दी गई है।