
देवप्रयाग, 28 जून। बागवान के भल्ले गांव में एक स्थानीय युवती को कथित तौर पर एक अल्पसंख्यक समुदाय के युवक की ओर से भगाए जाने के मामले में बवाल हो गया। स्थानीय लोगों ने इस घटना को लव जिहाद का मामला करार देते हुए प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन से मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की।
शनिवार को भल्ले गांव में आयोजित बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हुए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यहां दुकान पर काम करने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के एक युवक ने गांव की एक युवती को बहला-फुसलाकर भगा लिया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से इस मामले में तत्काल और कठोर कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही ग्रामीणों ने हर छह महीने में बाहर से यहां आए लोगों के सत्यापन की भी मांग की। जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। बैठक में स्थानीय निवासी गणेश भट्ट ने कहा कि जब तक पहाड़ का हिंदू समाज हेयर ड्रेसर, रिपेयरिंग, पेंटर, मकान निर्माण और सब्जी उत्पादन जैसे कामों में आगे नहीं आएगा, तब तक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को यहां पैठ बनाकर गलत काम करने का मौका मिलता रहेगा।
उनके इस बयान को उपस्थित लोगों का समर्थन मिला है। पूर्व प्रधान जयंती डंगवाल ने सभी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का सामाजिक बहिष्कार करने की मांग की। बैठक में तय किया गया कि जल्द ही लव जिहाद और लैंड जिहाद से क्षेत्र के समाज को बचाने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।
यह समिति क्षेत्र में काम कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर कड़ी नजर रखेगी और दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। बैठक के बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने भल्ले गांव बाजार में एक आक्रोश रैली निकाली। यह समिति क्षेत्र में काम कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर कड़ी नजर रखेगी और दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। बैठक के बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने भल्ले गांव बाजार में एक आक्रोश रैली निकाली।
बैठक में विनोद रौथान, रजनी पयाल, विजय पंवार, प्रदीप चौहान, पूर्व प्रधान नरेश कोठियाल, सूरज नौटियाल, विजय रावत, भास्कर भट्ट, उदय असवाल, पवन पुरी, मनीष लिंगवाल, परमेश्वरी नौटियाल, राजी देवी, राजेश कोठियाल आदि ग्रामीण मौजूद रहे।