
देहरादून, 22 जुलाई। त्रिस्तरीय पंचायत के पहले चरण के चुनाव के लिए मंगलवार को 497 पोलिंग पार्टियां अपने गंतव्य के लिए रवाना की गईं। इसके साथ ही प्रचार का शोर भी थम गया। बृहस्पतिवार को पहले चरण का मतदान होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल ने बताया कि सोमवार को आठ पोलिंग पार्टियां भेजी गई थीं। मंगलवार को 497 पार्टियां रवाना की गईं। बुधवार को बाकी 5300 से अधिक पोलिंग पार्टियों को रवाना किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण के मतदान में 17,829 प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में कैद हो जाएगा।

पहले चरण में 24 जुलाई को सदस्य ग्राम पंचायत के 2247, प्रधान के 9731, सदस्य क्षेत्र पंचायत के 4980 और सदस्य जिला पंचायत के 871 प्रत्याशियों का चुनाव होगा। मंगलवार की शाम पांच बजे से चुनाव प्रचार का शोर थम गया। अब प्रत्याशी केवल डोर-टू-डोर प्रचार कर सकते हैं। सचिव गोयल ने बताया कि सभी प्रेक्षक भी मौके पर पहुंच चुके हैं।
बता दें कि पंचायत चुनाव के पहले चरण में हरिद्वार जिला छोड़ बाकी 12 जिलों के 49 विकासखंडों में मतदान होना है. जिसमें गढ़वाल मंडल के 6 जिलों के 26 विकासखंडों और कुमाऊं मंडल के 6 जिलों के 23 विकासखंडों में मतदान होना है. जिसके लिए सभी पदों के सापेक्ष 17,829 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. जिनके लिए इन क्षेत्रों के मतदाता मतदान करेंगे. वोटिंग के लिए 5,823 मतदान स्थल यानी पोलिंग बूथ बनाए गए हैं.
पहले चरण में चुनावी मैदान में कुल प्रत्याशी
इन सभी प्रत्याशियों में से पहले चरण के तहत, ग्राम पंचायत सदस्य पद पर 2,247 प्रत्याशी, प्रधान ग्राम पंचायत पद पर 9,731 प्रत्याशी, क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर 4,980 और जिला पंचायत सदस्य पद पर 871 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
इन सभी प्रत्याशियों में से पहले चरण के तहत, ग्राम पंचायत सदस्य पद पर 2,247 प्रत्याशी, प्रधान ग्राम पंचायत पद पर 9,731 प्रत्याशी, क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर 4,980 और जिला पंचायत सदस्य पद पर 871 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
मानसून को देखते हुए ही निर्वाचन की सारी तैयारियां की जा रही है. ऐसे में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और डीडीआरएफ की तैनाती की जाएगी. आपदा की दृष्टिगत संवेदनशील बूथों पर पोलिंग पार्टियों के साथ इन टीमों को भी लगाया किया जाएगा. जिन टीमों को लगाया जाएगा, वो सुरक्षात्मक उपकरण से लैस होंगे.”- राहुल कुमार गोयल, सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग
“इसके अलावा सभी पोलिंग पार्टियों को बारिश से बचने के लिए सामग्री उपलब्ध कराई गई है. बरसात के दौरान पोलिंग पार्टियों को दिक्कत ना हो, इसके लिए पहले ही सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वैकल्पिक मार्ग का प्लान तैयार रखें.”- राहुल कुमार गोयल, सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग