कोबरा से लड़ाई में क्यों जीत जाता है नेवला? सांप के जहर को कैसे कर देता है बेअसर, जानिये

केएस रावत। सांप और नेवला के बीच ऐसी दुश्मनी है कि दोनों एक दूसरे को देखते ही आगबबूला हो जाते हैं। सोशल मीडिया पर अक्सर सांप और नेवले की लड़ाई के वीडियो देखने को मिलते हैं। दोनों की लड़ाई में कभी सांप की, तो कभी नेवले की जीत होती है। नेवला कोबरा जैसे सांप को भी हरा देता है, क्योंकि नेवले के आगे सांप अधिक देर तक टिक नहीं पाते हैं। सांप और नेवले की दुश्मनी के पीछे खास वजह है।
क्यों है सांप और नेवला की दुश्मनी?
कुछ लोगों का मानना है कि सांप और नेवले के बीच प्राकृतिक दुश्मनी है। इसलिए दोनों एक दूसरे को मारना चाहते हैं कि वो जिंदा रह सकें। दरअसल, दोनों के बीच दुश्मनी इस बात को लेकर है कि सांप हमेशा नेवले के बच्चों का शिकार कर लेता है, क्योंकि उसे वो खाने के तौर पर काफी पसंद होते हैं। यही वजह है कि नेवला अपने बच्चों की रक्षा के लिए सांप को देखते ही उसपर हमला कर देता है। नेवला काफी तेज और चालाक होता है।
क्यों सांप से जीत जाता है नेवला?
सांप और नेवले की लड़ाई आपने भी देखी होगी। आपने यह जरूर देखा होगा कि सांप नेवला से भागने की कोशिश करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर सांप से लड़ाई में नेवले की ही जीत क्यों होती है?
भ्रांति है कि भारतीय भूरे रंग वाले नेवले पर सांप के जहर का कोई असर नहीं होता है। लेकिन असल में यह सच नहीं है। अगर सांप नेवले को काट ले, तो उस पर जहर का असर कुछ समय बाद होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि नेवले के शरीर में एसिट्लोक्लिन रिफ्लेक्स होता है, जो सांप के जहर में मौजूद न्यूरोटॉक्सिन से उसे बचा लेता है। हालांकि, नेवला सांप से अधिक फुर्तीला होता है, ऐसे में वह सांप से खुद को बचा लेता है। दरअसल, नेवला सांप से लड़ने में एक खास तकनीक का इस्तेमाल करता है। कोबरा जैसे खतरनाक सांप से बचने के लिए नेवला तेज गति से बार-बार छलांग लगाता है और खुद को बचाता है। सबसे खास बात यह है कि नेवला सांप के सिर को दबोचता है, जिससे सांप कुछ नहीं कर पाता है।
नेवले के जीतने की वजह है फुर्तीला होना
नेवला फुर्तीला होने की वजब से सांप से लड़ाई में जीत जाता है। अगर सांप काटता भी है, तो उस पर तुरंत जहर का असर नहीं होता है। अगर कोबरा और करैत जैसे जहरीले सांप नेवले को कांट लें, तो उसकी कुछ समय मौत हो जाती है।