
चमोली, 23 अक्टूबर। उत्तराखंड के चमोली में भाई दूज पर दर्दनाक हादसा हो गया। गोपेश्वर-पोखरी रोड पर देवखाल के पास एक कार खाई में गिरकर अटक गई। फिर नीचे की सड़क पर गिरते ही उसमें आग लग गई। कार गिरते ही यूजेवीएनएल देहरादून में तैनात ईई और उनकी पत्नी बाहर छिटक गए। ईई की मौके पर मौत हो गई, जबकि रात साढ़े आठ बजे पत्नी ने जिला अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। कार में फंसे छोटे बेटे की जलकर मौत हो गई, जबकि बड़ा बेटा आंशिक रूप से झुलसा है।
पोखरी विकासखंड के ग्राम पंचायत विशाल के पाव गांव निवासी अरविंद त्रिपाठी परिवार के साथ दीपावली मनाने अपने ससुराल देवखाल आए थे। बृहस्पतिवार को वह अपने गांव विशाल लौट रहे थे। घर से 100 मीटर दूरी पर ही कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी और नीचे भदूड़ा गांव की लिंक रोड पर अटक गई। फिर नीचे की सड़क पर गिरते ही कार में आग लग गई।
देहरादून में UJVNL में ईई थे अरविंद
हादसे में देहरादून में यूजेवीएनएल में तैनात ईई अरविंद त्रिपाठी (55) और पत्नी अनीता त्रिपाठी (51) कार से छिटक गए। हादसे में ईई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी घायल हो गईं। उनका बड़ा बेटा अंबुज त्रिपाठी (24) और छोटा बेटा अनंत त्रिपाठी (21) कार के साथ नीचे सड़क जा गिरे। अंबुज कार से बाहर निकलने में सफल रहा जबकि अनंत कार से नहीं निकल सका और उसकी जलकर मौत हो गई। दूसरा बेटा जिला अस्पताल में भर्ती है। दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
मृतकों की पहचान
हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की पहचान इस प्रकार हुई है- अनीता देवी, पत्नी अरविन्द त्रिपाठी, अरविन्द त्रिपाठी, अनंत त्रिपाठी, पुत्र अरविन्द त्रिपाठी।
सूचना पर देवखाल के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल अंबुज और अनीता को निजी वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर चमोली और पोखरी थाने से पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को जिला अस्पताल की मोर्चरी भिजवा दिया। जिला अस्पताल के डॉ. दीपक नेगी ने बताया कि अनीता ने रात साढ़े आठ बजे इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं, आंशिक रूप से झुलसे अंबुज का इलाज चल रहा है।
कार में फंस गया शव
अनंत कार में फंस गया था जिससे उसकी जलकर मौत हो गई। देर शाम तक अनंत का जला शव कार के अंदर ही फंसा हुआ था, जिसे निकालने के लिए एसडीआरएफ व पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई थी। शव निकालने को कटर का प्रयोग किया जा रहा था।
प्रशासन ने जताया दुःख
जिलाधिकारी चमोली गौरव कुमार ने घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए बताया कि स्थानीय ग्रामीणों ने राहत कार्य में तत्परता दिखाई और घायल को अस्पताल पहुँचाने में सहयोग किया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है और संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।



