देहरादून। पड़ोसी देश चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत में भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। देश-प्रदेश में फिर से एहतियात बरतनी शुरू हो गयी है। हालांकि भारत में पिछले काफी समय से कोरोना दम तोड़ चुका है, लेकिन जिस तरह से चीन के हालात हैं, उसे देखते हुए सरकार किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहती।
स्वास्थ्य महानिदेशक डा. शैलजा भट्ट ने जीनोम सीक्वेंसिंग को लेकर सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिये गये हैं। वायरस के विशाल समूह को जीनोम कहा जाता है। और इसकी रचना की प्रकृति के बारे में जानने की विधि सीक्वेंसिंग कहलाती है। उन्होंने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग से ही कोरोना के नए स्ट्रेन के बारे में पता चला है। उनका कहना था कि प्रदेश में अभी केवल ओमीक्रोन के ही मामले सामने आ रहे हैं। https://sarthakpahal.com/
रोज लिए जा रहे 10 फीसदी सैंपल
डा. शैलजा भट्ट का कहना है कि जीनोम सीक्वेंसिंग के 10 प्रतिशत सैंपल रोज लिए जा रहे हैं, ताकि बीमारी के स्वरूप का पता चल सके। वर्तमान में दून मेडिकल कालेज में सैंपल के जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच हो रही है। भविष्य में अल्मोड़ा मेडिकल कालेज में भी इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है कि जीनोम सीक्वेंसिंग को लेकर लापरवाई कतई न बरती जाए।
प्रदेश में जल्द जारी होगी एसओपी
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि भारत सरकार के दिशा निर्देश पर उत्तराखंड में भी जल्द कोरोना से बचाव की एसओपी जारी की जायेगी। उनका कहना था कि प्रदेश में कोरोना जैसी कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन एहतियातन एसओपी जारी कर उसे प्रभावी किया जायेगा। स्वास्थ्य मंत्री बुधवार को हरद्वार कलक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की समीक्षा कर रहे थे।