
पटना। कैमूर के चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हाइड्रोसील की सर्जरी कराने गए युवक के परिजनों को डॉक्टर ने ऑपरेशन थियेटर से निकल कर बताया कि ‘नसबंदी कर दी है, हाइड्रोसिल का कहीं प्राइवेट में इलाज करा लो।’ इस पर परिजनों ने हंगामा किया तो डॉक्टर जानकारी देकर नसबंदी करने की बात कहने लगे। खबरें चलने लगीं कि युवक की अब शादी भी होगी तो बच्चे नहीं होंगे, जिंदगी बर्बाद हो गई…वगैरह-वगैरह।
परिजन परेशाान, अस्पताल में जमकर किया हंगामा
चैनपुर के जगरिया गांव के रामदहीन सिंह यादव के पुत्र मनका यादव की जिंदगी बुरी तरह बदल गई है। पूरे परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई, जब बढ़े हाइड्रोसिल का ऑपरेशन कराने CHC में भर्ती युवक मनका की सरकारी डाक्टरों ने नसबंदी कर दी गयी। गरीब परिवार सस्ता इलाज के लिए सरकारी अस्पताल गया था, लेकिन डाक्टरों ने तो चौपट कर दिया। परिवार वालों का कहना है कि परेशानी हाइड्रोसिल बढ़ने की थी और यह डॉक्टर भी देख चुके थे। वह तो किया नहीं, नसबंदी कर दी। जबकि नसबंदी करने वाले डॉ. राज नारायण प्रसाद का कहना है कि यह आरोप गलत है। परिजनों को जानकारी देकर ही नसबंदी की गई।
डॉक्टरों पर कार्रवाई तो होगी, मगर पहले अच्छा इलाज कराएं
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रख्यात सर्जन डॉ. सहजानंद सिंह ने कहा कि अगर किसी डॉक्टर की लापरवाही से ऐसा हुआ है तो उसे सरकारी जांच में देखा जाएगा। फिलहाल परिजनों को चाहिए कि वह जल्द से जल्द किसी बढ़िया सर्जन के पास ले जाकर इलाज कराएं। परिजन चाहें तो पटना लाकर मुझसे भी इलाज करा सकते हैं। ज्यादा समय होने पर फाइब्रोसिस का रिस्क हो सकता है। जो मुश्किलें पैदा कर सकता है। https://sarthakpahal.com/
नसबंदी खुल सकती है, लेकिन बच्चा पैदा होने की गारंटी नहीं
नसबंदी के खुलने का ऑप्शन रहता है और यह सही तरीके से जल्दी खुल जाए तो प्रजनन क्षमता पर असर पड़ने की आशंका कम रहती है। गारंटी नहीं दी जा सकती, लेकिन ऐसे केस खूब हुए हैं जब वर्षों बाद नसबंदी खुलवा कर बच्चे पैदा हुए हैं।
शख्स बोला कैसे बनेगा दूल्हा कैसे होगी शादी?
युवक मनका यादव ने बताया कि मेरा हाइड्रोसील बढ़ गया था जिसको लेकर सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन कराने आया था। ऑपरेशन भी हुआ पर हाइड्रोसील के बदले नसबंदी कर दी गई। अब कैसे शादी होगी और कैसे दूल्हा बनूंगा? डॉ ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है। मैं पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा हूं, ताकि जल्द ही इस मामले में कार्रवाई हो सके।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार-2 के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने के भले ही कितने दावे कर लें, मगर हकीकत आप सबके सामने है।