
पौड़ी। राखी का त्योहार आते ही बाजार में मनभावन तरह-तरह की राखियां सज जाती हैं। आपने रेशम व चांदी की बनी राखियां तो बहुत देखी होंगी, लेकिन इस बार गोबर और पिरूल से बनी राखियां शायद भी देखिये। इस अद्भुत काम को पौड़ी की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं। इस पर्व पर यदि आपको गोबर और पिरूल से बनी राखियां दिखाई दें तो समझ लीजिए की उन्हें पहाड़ की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने तैयार किया है।
हालांकि महिलाओं ने इसे फिलहाल प्रोटोटाइप के रूप में ही तैयार किया जा रहा है। अगर यह प्रयोग सफल हुआ तो अगली बार से इसे व्यावसायिक रूप भी दिया जा सकता है। जिसको लेकर पौड़ी जिले के 15 ब्लॉकों के 39 स्थानों पर महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा स्थानीय उत्पादों के साथ ही हस्तशिल्प शिल्प का सामान आदि तैयार किया जा रहा है। जिसकी एक लघु प्रदर्शनी भी पौड़ी ब्लॉक मुख्यालय में भी लगाई गई।
मुख्यमंत्री ने की महिलाओं से बात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सशक्त बहन उत्सव का शुभारंभ पूरे प्रदेश में वर्चुवल माध्यम से कर दिया है। इस मौके पर पौड़ी ब्लॉक में महिला स्वयं सहायता समूहों की दो महिलाओं ने सीएम पुष्कर धामी से बातचीत की। महिलाओं की सीएम से वर्चुअल माध्यम वार्ता हुई। महिलाओं ने सीएम को पहाड़ों में समूहों को और अधिक सशक्त बनाए जाने का आग्रह किया। इस मौके पर सीएम ने महिलाओं से समूहों की आर्थिक स्थिति का भी जायजा लिया। https://sarthakpahal.com/
सीएम ने आश्वासन दिया कि महिला समूहों को आधुनिक और सशक्त बनाए जाने की दिशा में जल्द ही ठोस प्रयास किए जाएंगे। यह सारा संवाद वीसी के माध्यम से आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से स्वयं सहायता समूह की मदद से पहाड़ी उत्पादों को बनाने का काम कर रहे हैं। समूह की अन्य महिलाओं को भी अच्छा रोजगार मिल रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधर रही है। इसके अलावा समूहों में बेडू, अंजीर और स्थानीय अनाजों से निर्मित अचार और जैम, चटनी भी तैयार की जा रही है।