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हाथरस में भगदड़ से श्मशान बना सत्संग स्थल; पंडाल में लाशें ही लाशें, चीख-पुकार, 116 श्रद्धालुओं की मौत

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हाथरस/एटा, 3 जुलाई। जिले के थाना कोतवाली सिकंदराराऊ इलाके में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया. रतिभान पुर के फुलराई गांव में नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा का सत्संग चल रहा था. सत्संग समाप्त होने के बाद भीड़ बाहर निकल रही थी, तभी भगदड़ मच गई. भगदड़ के दौरान महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए. जिससे वहां चीख पुकार मच गई. इस भगदड़ में 150 से अधिक श्रद्धालुओं की मरने की आशंका है. हादसे के बाद सीएससी सिकंदराराऊ पर डेड बॉडी आने का सिलसिला जारी है. वहीं, घायलों को एटा मेडिकल कॉलेज भी भेजा गया है. वहीं, हादसे के बाद नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा का सत्संग फरार हो गया है. जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.

मृतकों और घायलों की जानकारी के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी
हाथरस मे घटित घटना में मृत और घायल व्यक्तियों के सम्बंध मे किसी भी प्रकार की जानकारी पाने के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किया गया है.

आगरा जोन कंट्रोल-7839866849
अलीगढ़ रेंज कंट्रोल-7839855724
आगरा रेंज कंट्रोल-7839855724
हाथरस कंट्रोल-9454417377
एटा कंट्रोल-9454417438
अलीगढ़ कंट्रोल-7007459568

क्षमता से अधिक लोग सत्संग में मौजूद थेः डीआईजी शलभ माथुर
डीआईजी शलभ माथुर ने बताया कि हाथरस हादसे में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है. 27 डेड बॉडी एटा और बाकी हाथरस पोस्टमार्टम हॉउस पर हैं. घायल चार लोगों को जे एन मेडिकल कॉलेज लाया गया है, जो खतरे से बाहर है. 15 मृत लोगों का शव पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है. उन्होंने कहा कि घटना में जो घायल है, उनका इलाज चल रहा है. पोस्टमार्टम के लिए अलग-अलग जगह पर बॉडी भेजी गई है. घटना को लेकर FIR हो रही है. उन्होंने बताया कि जिन आयोजकों ने परमिशन ली थी, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा. उन्होंने बताया कि जितनी की परमिशन दी गई थी. उससे ज्यादा लोग सत्संग में मौजूद थे.

मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख आर्थिक सहायता की घोषणा
सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं. एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश हैं. वहीं, कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के भी आदेश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट भी तलब की है.

एसडीएम सिकंदराराऊ ने दी थी परमिशन
जिलाधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि सिकंदराराऊ तहसील में भोले बाबा का समागम चल रहा था. सत्संग खत्म होने के बाद हादसा हुआ है.जिला प्रशासन इस पर पूरी कार्रवाई कर रहा है. घायलों को अस्पताल भेज कर उनका इलाज कराया जा रहा है. अभी मृतकों की सही संख्या पता नहीं चली है. लेकिन डॉक्टरों ने 50 से 60 लोग के मृत होने की जानकारी दी है. परमिशन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि एसडीएम सिकंदराराऊ द्वारा परमिशन दी गई थी. प्राइवेट कार्यक्रम था. कानून व्यवस्था और सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की थी. अंदर उनके द्वारा व्यवस्थाएं की गई थी. उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की गई है.

कांस्टेबल की नौकरी छोड़ बना बाबा
साकार हरि बाबा कथावाचक है, जो अपनी पत्नी के साथ मंच से प्रवचन करता है। वह खुद को बाबा साकार विश्व हरि भोले बाबा कहता है। बाबा का असली नाम सूरज पाल है। करीब 27 साल पहले पुलिस कांस्टेबल की नौकरी छोड़कर सत्संग करना लगा। अनुयायी उसे भोले बाबा कहते हैं। गरीब और वंचित लोगों के बीच बाबा की लोकप्रियता है। कुछ मुस्लिम भी उसके शिष्य हैं। अनुयायी यूपी के अलावा मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी हैं। वह कहता है कि सत्संग में आने वालों के रोग मिट जाते हैं। मन शुद्ध होता है।

लाशों का ढेर देखकर सिपाही की मौत
एटा के मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर वहां ड्यूटी पर तैनात सिपाही की हार्टअटैक से मौत हो गई। सिपाही अलीगढ़ जिले के सिद्धार्थ नगर का रहने वाला था। वह क्यूआरटी अवागढ़ में तैनात था। उसे आपात ड्यूटी पर मेडिकल कॉलेज में बुलाया गया था। इतनी लाशें देखकर वह सहन नहीं कर सका।

जल्दी निकलने के चक्कर में भगदड़
सत्संग में आई एक युवती ने बताया कि सत्संग समाप्त होने के बाद लोग जाने लगे। इसी दौरान निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे को देख ही नहीं रहे थे। महिलाएं और बच्चे गिरते चले गए। भीड़ उनके ऊपर से गुजर रही थी। कोई बचाने वाला नहीं था। चारों ओर चीख-पुकार मची थी। भीड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वाहनों ही तीन किलोमीटर में पार्क किए गए थे। https://sarthakpahal.com/

रास्ते में कीचड़ था
एटा के पोस्टमार्टम गृह पर आए एक वृद्ध कैलाश ने बताया कि आज ‘साकार विश्व हरि भोले बाबा’ के सत्संग में बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल हुए और आरती के बाद वापस आते समय रास्ते में कीचड़ था, जिससे बचने को लेकर लोग वहां गिर गए और भगदड़ मच गई। उन्होंने कहा कि लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर गए और इसी बीच पीछे से आ रही भीड़ गिरे हुए लोगों को कुचलते हुए आग बढ़ गयी जिसमें बडी संख्या में लोगों की मौत हो गई और भारी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं।

महंगे गॉगल्स और सूट-बूट वाला बाबा
बाबा खुद सूट-बूट में रहता है। वह पुलिस के तौर-तरीकों से परिचित है और उसके पास वर्दीधारी स्वयंसेवकों की लंबी-चौड़ी फौज है। बाबा को सत्संग के मंचों पर महंगे गॉगल्स, सफेद पैंटशर्ट में देखा जाता है। गरीबों को बाबा का पहनावा लुभाता है। मीडिया से ये लोग दूरी रखते हैं। कुछ लोग इन्हें पुलिस नौकरी के दौरान आईबी से जुड़ा भी बताते हैं।

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