रायपुर। तीन दिन से बोरवेल में फंसे 10 साल के राहुल ने अभी जीने की आस नहीं छोड़ी है। लगभग 72 घंटे बीत जाने के बाद भी राहुल बोरवेल में एक्टिव है। कई बोरवेल रेस्क्यू रोबोट मशीन बचाव में लगी हैं। सीएम भूपेश बघेल खुद इस मामले की निगरानी में लगे हैं।
तीन दिन से बोरवेल के गड्ढे में फंसे राहुल के लिए आज का दिन नयी जिंदगी लेकर आएगा। 10 वर्षीय राहुल को बचाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है और कहा जा रहा है कि बस अब वह कुछ ही मीटर की दूरी पर है। 72 घंटे से फंसे राहुल ने जीने की उम्मीद नहीं छोड़ी है। वह रेस्क्यू टीम की खुद मदद कर रहा है। वहीं मुख्यमंत्री ने कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला व एसपी विजय अग्रवाल को राहुल के रेस्क्यू के बाद उसे अस्पताल ले जाने के लिए ग्रीम कारिडोर बनाने का निर्देश दिया है।
राहुल खुद कर रहा रेस्क्यू टीम की मदद
तीन दिन से बोरवेल में फंसा राहुल बहादुरी की मिसाल बन गया है। वह खुद बाल्टी से पानी भरकर रेस्क्यू टीम की मदद कर रहा है। बता दें कि बोरवेल की दीवारों से पानी रिसने के कारण वहां काफी पानी जमाहो गया था, जिसे वह खुद ऊपर से भेजी गयी बाल्टी में भरने में मदद कर रहा है।
मूक-बधिर है राहुल, खेलते-खेलते गिरा
बता दें कि राहुल साहू मूक-बधिर है और मानसिक रूप से भी कमजोर है। इस कारण वह स्कूल भी नहीं जाता था। जानकारी के अनुसार ये हादसा उस समय हुआ जब वह खेल रहा था और खुले बोरवेल में उसका ध्यान नहीं गया, जिससे वह उसमें गिर गया।