देश सेवा का जज्बा रखने वाले नौजवानों के लिए भारतीय सेना ने खोले द्वार
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नई दिल्ली। देश सेवा का जज्बा रखने वालों के लिए केंद्र सरकार ने आज अग्निपथ भर्ती योजना की घोषणा की है, जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने जानकारी दी। अग्निपथ भर्ती योजना में शामिल होने वाले युवाओं को चार तक देश सेवा करने के बाद मोटी रकम के साथ रिटायर किया जायेगा। इसके अलावा सरकार उनके आगे के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अन्हें डिप्लोमा और सर्टिफिकेट भी देगी।
तीनों सेना प्रमुखों ने दो हफ्ते पहले प्रधानमंत्री मोदी को सैनिकों की भर्ती के अग्निपथ योजना के बारे में जानकारी दी। ये योजना चार साल के लागू की जा रही है। इस योजना में 75 फीसदी अग्निवीरों को 4 साल बाद सेवामुक्त कर दिया जायेगा तथा अन्य 25 फीसदी प्रतिभाशाली युवाओं को वापस सेना में चुन लिया जायेगा। इन्हें तभी मौका मिलेगा जब उस समय सेना भर्ती निकली हो।
अग्निवीरों के लिए योग्यता तथा सैलरी
हाईस्कूल और इंटर पास युवा जिनकी आयु 17 वर्ष 6 माह और 21 साल के बीच हो। उन्हें लगभग 6 महीने की ट्रेनिंग दी जायेगी। इन जवानों को होलोग्राफिक्स, नाइट, फायर कंट्रोल सिस्टम से लैस किया जाएगा। साथ ही, हैंड हेल्ड टारगेट सिस्टम भी जवानों के हाथ में दिए जाएंगे। इस योजना के तहत अग्निवीरों की सालाना सैलरी 4.76 लाख रुपये होगी। चौथे साल यह सैलरी 6.92 लाख रुपये हो जायेगी। चार साल की सेवा पूरी करने के बाद करीब 11.75 लाख रुपये एकमुश्त ब्याज समेत दिया जायेगा, जो पैसा इनकम टैक्स के दायरे से बाहर होगा।
शहीद या हादसे का शिकार होने पर क्या होगा?
अगर सेवा करते हुए अग्निवीर शहीद होता है तो उनके परिवार को पूरा इंश्योरेंस मिलेगा। इसके अलावा शहीद के परिवार को सेवा निधि समेत लगभग एक करोड़ रुपये दिये जाएंगे और शहीद की बची हुई सेवा की पूरी सैलरी परिवार को मिलेगी। यदि वे दिव्यांग हो जाते हैं तो दिव्यांगता के प्रतिशत के हिसाब से करीब 44 लाख रुपये मिलेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की घोषणा
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड के जो जवान अग्निपथ योजना के तहत सेना में चार साल तक सेवा देकर वापस आएंगे उन्हें प्रदेश सरकार पुलिस की भर्ती में प्राथमिकता देगी। उन्होंने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा देशके सैनिकों का मनोबल बढ़ाने का काम किया है। आज देश रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है।