
देहरादून। पहाड़ों पर मानसून की पहली बारिश कहर बनकर टूटी है। मलबा आने से कई राजमार्ग और सड़कें बंद हो गयं। कई जगह बिजली सप्लाई बाधित हो गयी। पिथौरागढ़ जिले के दशौली गांव में किराना व्यापारी और प्रधान के पति गणेश दत्त पाठक देवीगाड़ नाले में बहने के कारण उनकी मौत हो गयी है।
पहाड़ों पर बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जगहों पर भूस्खलन के कारण पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गयी हैं। रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश से कई सड़कें जलमग्न हैं। एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गयी हैं।
नौ दिन देर से लेकिन झूमकर आया मानसून
नौ दिन की देरी से दक्षिण पश्चिम मानसून ने उत्तराखंड में दस्तक दे दी है। इसके साथ राजधानी देहरादून समेत मैदान से पहाड़ तक बारिश का दौर शुरू हो गया है। मैदानों में जहां लोगों ने बारिश से राहत की सांस ली है, वहीं पहाड़ों पर बारिश आफत लेकर आया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के अंदर नैनीताल, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है।
देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग में भी भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में इन जिलों ने आपदा प्रबंधन के लिहाज से सतर्क रहने की जरूरत है। मानसून बीच में कमजोर पड़ने की वजह से नौ दिन बाद उत्तराखंड पहुंचा है। मौसम विज्ञानियों ने इस साल औसत बारिश की संभावना जताई है।
पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक तीर्थयात्री की मौत
बाबा केदार के दर्शन कर लौट रहे यात्रियों का वाहन रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुनकटिया में पहाड़ी से गिरे भारी बोल्डरों की चपेट में आकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस दौरान महाराष्ट्र की एक महिला यात्री की मौके पर ही मौत हो गयी। चालक सहित 10 लोग घायल हैं, जिनमें 12 साल का एक बच्चा भी है।