रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक है। यहां की प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मंदिर अप्रैल से नवम्बर माह के मध्य दर्शन के लिए खुलता है। यहां स्थित स्वयम्भू शिवलिंग अति प्राचीन है। आदि शंकराचार्य ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया। जून 2013 में यहां अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण केदारनाथ सबसे अधिक प्रभावित रहा। मंदिर के आसपास के कई मकान बह गये परंतु इस ऐतिहासिक मंदिर का मुख्य हिस्सा और सदियों पुराना गुंबद सुरक्षित रहे, लेकिन मंदिर का प्रवेश द्वार और उसके आसपास का क्षेत्र पूरी तरह तबाह हो गया था।
उन्होंने वीआईपी ड्यूटी के दौरान सभी कार्मिकों को पहचान पत्र निर्गत करने को कहा, जिससे किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो। डीएम ने कहा कि केदारपुरी में सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद होनी चाहिए। डीएम ने बीएसएनएल सहित निजी कंपनियों को केदारपुरी में इंटरनेट व वाईफाई और ऊर्जा निगम, जलसंस्थान व सुलभ इंटरनेशनल को बिजली, पानी बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं।