चमोली। चमोली जिले देवाल विकासखंड के बेराधार गांव में रविवार सुबह गौशाला में आग लग गई। हादसे में गौशाला राख हो गई तथा उसमें 47 बकरियां जलकर मर गई हैं। बताया जा रहा है कि भेड़ पालक गोशाला में आग जला सो गया था। शायद किसी कारण अंदर आग फैल गई थी। सूचना मिलने के बाद तहसील की टीम ने मौके पर पहुंचकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
बता दें कि रविवार की सुबह करीब चार बजे बेरीधार गांव महिपाल सिंह पुत्र स्व. शेरसिंह की गौशाला में आग लग गई। गौशाला में रखी सूखी घास पर लगी आग ने अचानक विकराल रुप धारण कर लिया। जिसे देख आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने गौशाला में ही सोये महिपाल को सुरक्षित निकला, लेकिन गौशाला में रखी 47 बकरियां जलकर मर गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तहसील प्रशासन को दी। मौके पर पहुंचे देवाल के नायब तहसीलदार अर्जुन सिंह बिष्ट का कहना है कि महिपाल गौशाला में ही निवास करता था, ऐसे में उसकी ओर से सुबह चूल्हा जलाने के बाद आग लगी है। जिससे मामले की रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजा जा रहा है। मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। प्रथम दृष्टा आग लगने का कारण मानवीय भूल की आशंका जताई जा रही है। इधर, पशु चिकित्सक नितिन बिष्ट ने जली हुईं बकरियों का मेडिकल किया।