लाउडस्पीकर विवाद मुंबई से अलीगढ़ पहुंचा

अलीगढ़। लाउडस्पीकर विवाद मुंबई से यूपी के अलीगढ़ पहंच गया। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राजठाकरे ने महाराष्ट्र में ठाणे की एक रैली में मस्जिदों से इन्हें हटाने का अल्टीमेटम दिया था। इसके बाद विवाद तेज हो गया है। एबीवीपी ने शहर के 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगवाने को एडीएम सिटी को सूचना पत्र सौंपा। एबीवीपी का कहना है कि सबह-शाम इन चौराहों पर हनुमान चालीसा का पाठ सुनाया जाएगा।
लाउडस्पीकर पर क्या है विवाद
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राजठाकरे ने मुंबई के ठाणे में आयोजित एक रैली में कहा था कि ‘मैं नमाज के खिलाफ नहीं हू, आप अपने घर पर नमाज पढ़ सकते हैं, लेकिन सरकार को मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटाने का फैलना लेना चाहिए। मैं अभी चेतावदी दे रहा हूं, लाउडस्पीकर हटाओ वहना मस्जिद के सामने लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा बजाएंगे। ठाकरे ने अपनी मांग दोहराते हुए कहा था कि मस्जिदों से इन्हें हटाया जाने चाहिए। अगर राज्य सरकार ने 3 मई से पहले मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए तो मनसे कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
सभी को होती है परेशानी
ठाकरे ने समान नागरिक संहिता की की वकालत कर जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा ‘प्रधानमंत्री को देश में समान नागरिक संहिता लागू करनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि रोकने को एक कानून लाया जाना चाहिए। ठाकरे ने इस मुद्दे को सामाजिक मुद्दा बताते हए कहा कि वह इस विषय को लेकर पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने शिवसेना सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि ‘जो कुछ भी आप करना चाहते हैं वह कर लें। यह धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दा है, क्योंकि लाउडस्पीकर से सभी को परेशानी होती है।’