न्याय के लिए भटक रही पुलिस विभाग में कार्यरत महिला सिपाही
देहरादून। न्याय के लिए पुलिस विभाग में कार्यरत महिला सिपाही अंजूनिशा दर-दर भटक रही है, मगर मित्रता, सेवा और सुरक्षा का दावा करने वाला पुलिस अपनी महिला कर्मचारी की मदद करने को तैयार नहीं। सिपाही का आरोप है कि पति ने उसको पीटने के बाद तीन तलाक दे दिया। जैसे-तैसे अपने बच्चों की देखभाल कर रही महिला पुलिस को अब उसके पति ने पुलिस विभाग पर दबाव डालकर उसका तबादला भी करवा दिया।
न्याय के लिए भटक रही महिला पुलिस अंजूनिशा का कहना है कि तब उसने इसकी शिकायत महिला हेल्पलाइन के अलावा क्षेत्र की पुलिस चौकी में की, मगर पुलिस ने उसकी कोई मदद नहीं की। आरोप यह भी लगाया गया है पति के दबाव आकर विभाग ने सिपाही का तबादला रुद्रप्रयाग जिले में कर दिया। आरोपी पति स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर कार्य करता है और वर्तमान में मुख्यमंत्री आवास में संबद्ध है। लगभग सवा साल बीतने के बाद अब पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
सिपाही ने बताया कि उनकी शादी 2006 में माजरा के शाहबुद्दीन के साथ हुई थी। उसके दो बच्चे हैं। शादी के कुछ समय बाद ससुर ने उन्हें घर से निकाल दिया। वह परिवार सहित किराये पर रहने लगी और बाद में लोन लेकर मकान बनवाया। इस बीच पति उसके साथ बदसलूकी करने लगा। 28 मार्च 2021 को पति ने उन्हें पीटा और तीन बार तलाक बोल दिया।
अब विभाग ने 31 मई 2022 को उन्हें अभियोजन कार्यालय से हटाकर रुद्रपुर भेज दिया। सिपाही का आरोप है किि उसका तबादला उनके पति के कहने पर किया गया है। पति ने उन्हें निलंबित करवाने की धमकी भी दी है।
पटेलनगर कोतवाली इंस्पेक्टर रविंदर यादव का कहना है कि उनके पास शिकायत आई थी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पहले की शिकायत के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।