अहमदाबाद। न दूल्हा, न बराती और डोली भी नहीं उठी और हो गयी शादी। गुजरात के बडोदरा की क्षमा बिंदु ने खुद से विवाह रचा लिया है। 24 साल की क्षमा बिंदु ने अपनी शादी की तारीख 11 जून को तय की थी, लेकिन उन्होंने दो दिन पहले ही अपना ब्याह रचा लिया। खास बात ये रही कि क्षमा की शादी में वो सारी रस्में की गयीं जो किसी दूसरी शादी समारोह में हुआ करती हैं। क्षमा बिंदु के ‘आत्मविवाह’ को देश में एकल विवाह का पहला उदाहरण माना जा रहा है। क्षमा ने अपने इंस्टाग्राम पर हल्दी, मेहंदी सहित तमाम रस्मों की फोटो शेयर की है।
बिना दूल्हे और पंडित की रचाई शादी
न दूल्हा, न बराती, क्षमा बिंदु ने एकल विवाह कर लिया है। पंडित जी ने पहले शादी कराने की हामी भरी थी, फिर बाद में वे मुकर गये। उनका कहना था कि वो ऐसा विवाह नहीं करा सकते। क्षमा बिंदु ने ‘गंधर्व विवाह’ किया और स्वंय मंगलसूत्र धारण किया।
मोबाइल पर वीडियो चलाकर मंत्रोच्चारण किया
क्षमा की शादी समारोह 40 मिनट तक चला और इस विवाह में केवल दूल्हा ही नहीं, बल्कि मंत्रोच्चार करने वाला पुजारी भी नहीं था। शादी के सभी अनुष्ठान डिजिटल तरीके से उनके घर पर ही आयोजित किये गये थे। शादी के बाद क्षमा ने उन सभी का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उनका साथ दिया और सोशल मीडिया पर शादी में शामिल हुए। हालांकि उनकी शादी का अब विरोध भी होना शुरू हो गया है। लोगों का कहना है कि ये केवल पब्लिसिटी स्टंट है। क्षमा बिंदु की शादी का बडोदरा की पूर्व डिप्टी मेयर सुनीता शुक्ला ने विरोध किया था।
एकल विवाह पर क्या बोली क्षमा बिंदु
खुद से शादी रचाने के बाद क्षमा बोली कि शादी के बाद मेरा जीवन बेहतर हो गया है। अब मुझे किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। भविष्य में मैं किसी की पत्नी नहीं बनूंगी, दूसरी शादी भी नहीं करूंगी। क्षमा ने कहा कि ‘मैंने अपने लिए मांग में सिंदूर भरा है। मैं खुद से बहुत प्यार करती हूं और खुद को बेहतर ढंग से समझ सकती हूं।’
कानूनी पंजीकरण भी कराएंगी क्षमा
क्षमा कहती हैं कि पारंपरिक तरीके से शादी हो जाने के बाद वह इसका विवाह पंजीकरण भी कराएंगी। ऐसे में क्षमा कहती हैं कि यह सच भी है कि खुद से शादी करना अवैध भी नहीं है।