आईएमए के बाहर सैन्य अफसर की वर्दी में घूमता संदिग्ध पकड़ा

देहरादून। आईएमए के बाहर खुद को सैन्य अफसर बताने वाले व्यक्ति को एसटीएफ ने पकड़ा है। भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड के दौरान उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स व आर्मी इंटेलीजेंस ने सेना की वर्दी में घूम रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से पैरा लेफ्टिनेंट ऑफिसर की वर्दी(लुधियाना से सिलवाई हुई), पहचान पत्र, दोपहिया वाहन और फर्जी मोहरें बरामद हुईं हैं। आरोपी वर्तमान में देहरादून में किराए का कमरा लेकर रह रहा था।
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि शनिवार को आईएमए की परेड को दौरान एक व्यक्ति आईएमए के बाहर भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी की फर्जी वर्दी धारण किए हुए घूमता दिखाई दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए उक्त व्यक्ति को गोपनीय स्थान पर ले जाकर पूछताछ की गयी। पूछताछ में व्यक्ति ने अपना नाम जयनाथ शर्मा बताया जो कि वह ग्राम अड़बढ़ाहा देवीपुर जिला महाराजगंज उत्तर प्रदेश का निवासी है।
गोरखा रेजीमेंट का पूर्व सिपाही बताया
आरोपी ने बताया कि वह पूर्व में गोरखा रेजीमेंट में जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में सेना में सिपाही पद पर तैनात था। 2017 में नौकरी पर वापस न आने के कारण उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। उसने अपने घर और आसपास रहने वालों को बताया था कि वो आईएमए में ऑफिसर की ट्रेनिंग कर रहा है।
आरोपी के खिलाफ कैंट कोतवाली में मुकदमा दर्ज
आरोपी के खिलाफ कैंट कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। आरोपी के पास से पैरा लेफ्टिनेंट आफिसर की सेना की वर्दी जो कि लुधियाना से सिलवाई थी, इसके अलावा एक पहचान पत्र, दोपहिया वाहन और कुछ फर्जी अधिकारी की मोहरें भी बरामद हुई हैं। आरोपी ने सेना में भर्ती करवाने के नाम पर कई लोगों से रुपये भी लिए हैं। इस ऑपरेशन को अंजाम देने वालों में निरीक्षक अबुल कलाम, उपनिरीक्षक यादविंदर सिंह बाजवा, हेड कांस्टेबल वेद प्रकाश भट्ट, कांस्टेबल ब्रिजेंद्र और कांस्टेबल महेंद्र नेगी शामिल रहे।