मेड़ता (राजस्थान)। छाती से जुड़े अनोखे जुड़वां बच्चों का जन्म क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। नागौर जिले के मेड़ता स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में कार्यरत एक डाक्टर को उस समय एक अनोखी चुनौती का सामना करना पड़ा, जब प्रसव पीड़ा से बेहाल एक गर्भवती उनके अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची। गर्भवती की जांच करने पर डाक्टरों ने पाया कि उसके पेट में दो बच्चे पल रहे हैं।
विषम परिस्थितियों में जन्मे दोनों बच्चे फिलहाल सुरक्षित
पति जितेंद्र की अनुमति मिलने पर चिकत्सकों ने सफल आपरेशन कर शरीर से जुड़े दो बच्चों सहित तीन जिंदगियों को बचाने में कामयाबी तो हासिल कर ली है, क्योंकि विषम परिस्थितियों में जन्मे एक छाती से जुड़े दोनों बच्चों को जीवनदान देना चिकित्सकों के लिए एक चुनौती थी, लेकिन अब नयी चुनौती उन्हें शरीर से अलग-अलग करने की है। एक शरीर से जुड़े जुड़वां बच्चों की खबर क्षेत्र में सभी के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है। मगर दोनों बच्चों की जान को खतरा होने का अंदेशा भी है। चिकित्सकों ने बच्चों का परीक्षण कर उन्हें अलग-अलग शरीर का स्वरूप देने के लिए जोधपुर के एम्स अस्पताल में रेफर कर दिया है।
क्या कहना है डाक्टरों का
चिकित्सकों का मानना है कि ऐसे मामले बहुत कम पाये गये हैं। एक शरीर से जुड़े इन दोनों बच्चों को अलग करने के लिए जोधपुर एम्स चिकत्सालय प्रयासरत है। उनका कहना है कि ईश्वर ने चाहा तो शीघ्र ही अच्छी खबर सुनने को भी मिलेगी।