योग आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा भविष्य की जरूरत : योगी

यमकेश्वर। योग आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा को योगी आदित्यनाथ ने भविष्य की बहुत बड़ी जरूरत बताया। पतंजलि वेलनेस की योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक की इंटिग्रेटेड थेरेपी के अत्याधुनिक केन्द्र वेदालाइफ-निरामयम का उद्घाटन करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीवन के लिए योग जरूरी है, जिससे समस्या अपने आप समाप्त हो जाएगी। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और योगगुरु स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण के अलावा यमकेश्वर की विधायक रेनू बिष्ट भी उपस्थित रहीं।
बुधवार को अपने पैतृक गांव पंचुर में पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद योगी आदित्यनाथ पंचुर से करीब 12 किलोमीटर की दूर पोखरी गांव पहुंचे। पोखरी गांव में योग गुर स्वामी रामदेव ने पतंजलि योगपीठ ने वेलनेस सेंटर वेदालाइफ-निरामयम की स्थापना की है। योगी ने कहा कि यह केंद्र अपनी अलग पहचान बनाएगा। इसके साथ ही इससे स्थानीय नागरिकों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह की हरियाली योग सेंटर में दिख रही है, इस तरह के केंद्र अन्य स्थानों पर भी स्थापित होने चाहिए। उन्होंने पतंजलि वेलनेस सेंटर पोखरी में दो किलीमीटर की चढ़ाई पर पानी पहुंचाने के लिए रामदेव बाबा का धन्यवाद किया। इस अवसर पर चिदानंद सरस्वती ने योगी को रुद्राक्ष का पौधा देकर उनका अभिनंदन किया।
योगी आदित्यनाथ ने पतंजलि योगपीठ की ओर से स्थापित इस केंद्र की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदूषण मुक्त पहाड़ों में स्वास्थ्य के लिए जलवायु उपयुक्त है। यह केंद्र योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में नए आयाम स्थापित करेगा। आचार्य बालकृष्ण ने योगी आदित्यनाथ का अभिनन्दन करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश को दिशा देने तथा जवानों में नयी ऊर्जा उत्पन्न करने के लिये उन्हें साधुवाद देता हूं। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने योगी आदित्यनाथ, रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को परमार्थ गंगा आरती में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित किया।