
इंदौर। ‘जीने की इच्छा मेरी भी है, लेकिन मेरे हालात…’ परिवार की हत्या करने के बाद युवक ने खुद भी फांसी लगा ली। मोबाइल ऐप से लोन लेकर उसे नहीं भर पाने के बाद इंदौर में एक शख्स ने अपने पूरे परिवार के साथ जान दे दी। पहले पत्नी और दो बच्चों की हत्या की, फिर खुद फांसी लगा ली। इस मामले में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि हम इसकी तहकीकात कर रहे हैं।
आनलाइन मोबाइल ऐप ने खत्म कर दी जिंदगी
आनलाइन ऐप के जरिये कर्ज के नासूर ने एक और परिवार खत्म कर दिया। मध्यप्रदेश के अमित यादव ने पहले अपनी पत्नी और दो बच्चों की हत्या की, फिर खुद फांसी लगा दी। जान देने से पहले अमित ने सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें लिखा कि, ‘मैं आदमी बुरा नहीं हूं, लेकिन हालात ने ऐसा कर दिया…’
उसने सुसाइड नोट में लिखा, ‘जीने की इच्छा मेरी भी है, लेकिन मेरे हालात अब ऐसे नहीं रहे, आदमी मैं बुरा नहीं हूं, पर हालात नहीं… इसमें किसी की कोई गलती नहीं, मेरी ही है। मैंने कई आनलाइन ऐप से लोन ले रखा है, पर मैं लोन नहीं भर पा रहा हूं, इज्जत की खातिर यह कदम उठा रहा हूं। पुलिस मेरे परिवार को परेशान न करे, मैं ही दोषी हूं।’
सुसाइड नोट में अमित ने लिखा, ‘एक विशेष बात मेरे परिवार को बता दें कि लोन पैनकार्ड पर होता है, अगर पैनकार्डधारक मर जाता है तो लोन का कोई अस्तित्व नहीं रहता। मेरे लोन को किसी को भरने की जरूरत नहीं है। मैं आई और मां-बाप से बहुत प्यार करता हूं। आपस में घर वाले न लड़ें, यही मेरी आखिरी इच्छा है। यह चिट्ठी मेरे घरवालों को जरूर पढ़ाई जाए, मम्मी मैं जा रहा हूं…अमित यादव, एक फकीर इंसान.’
घटना की जांच कराई जायेगी : नरोत्तम मिश्रा
पति-पत्नी और दो बच्चों की मौत की घटना के बाद एक ओर पुलिस जांच कर रही है तो वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बहुत दुखद घटना हुई है। आनलाइन ऐप से लोन लेने की प्रक्रिया की जांच कराई जायेगी। अगर कुछ आपत्तिजनक पाया जाता है तो इस मामले में कार्रवाई करायी जायेगी। मैं खुद साइबर टीम को इस काम पर लगाऊंगा। https://sarthakpahal.com/