मुख्यमंत्री धामी के सामने PRD जवानों का मचाया हंगामा, जवानों ने मांगी इच्छा मृत्यु

देहरादून। उत्तराखंड प्रांतीय रक्षक दल (PRD) के स्थापना दिवस के मौके पर निदेशालय, युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी, विभागीय मंत्री रेखा आर्य, रायपुर विधायक उमेश शर्मा समेत कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, कार्यक्रम संपन्न होने के बाद पीआरडी जवानों ने जमकर हंगामा किया। यही नहीं, अपनी मांगों को लेकर जवानों ने सीएम धामी को अपना मांग पत्र भी सौंपा है।
पीआरडी जवान अचानक हुए आक्रामक
इसके बाद सीएम धामी ने खुद जवानों को समझते हुए उनकी बात सुनी। जवानों ने सीएम धामी को बताया कि विभाग (युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल) में हर जगह भ्रष्टाचार किया जा रहा है। हर महीने विभाग की ओर से 570 रुपए काटे जा रहे हैं। इसके लिए बकायदा आदेश भी जारी किया गया है। इस विभाग में पीआरडी जवानों में साथ अन्याय किया जा रहा है। पीआरडी जवानों ने मांग की है कि 570 रुपए हर महीने कटना बंद होने के साथ ही सालाना 300 दिन काम करने का आदेश जारी किए जाए।
PRD जवान ने परिवार समेत इच्छा मृत्यु की मांग
पीआरडी हित संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीर सिंह रावत ने कहा कि वो राज्य आंदोलनकारी हैं। उन्होंने पीआरडी जवानों के हित के लिए दो-दो मुकदमें झेले हैं। सीएम धामी, होमगार्ड के स्थापना दिवस पर तमाम घोषणाएं करते हैं लेकिन पीआरडी जवानों को कुछ नहीं दिया जा रहा है। वीर सिंह रावत ने सीएम धामी से उन्हें और उनके परिवार को इच्छा मृत्यु दिए जाने की मांग तक की। पीआरडी जवान ने कहा कि होमगार्ड की तरह उन्हें भी 28 हजार रुपए का वेतनमान और छुट्टियां दी जाएं।
निदेशक के पास टाइन नहीं मिलने का
वीर सिंह रावत ने कहा कि पीआरडी जवानों को वर्तमान समय में 17 हजार 100 रुपए वेतन दिया जा रहा है। इसको लेकर कई बार पीआरडी जवान सरकार के सामने अपनी बात उठा चुके हैं लेकिन अभी तक इसका कोई हल नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि वो युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल के निदेशक जितेंद्र सोनकर के पास कई बार जा चुके हैं। जब भी निदेशक के पास जाते हैं तो वो पूछते हैं कि तुम कौन हो? उनके पास मिलने का टाइम नहीं है। ऐसे में अब अपनी मांगों को लेकर पीआरडी जवान निदेशालय, युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल कार्यालय में कल से धरने पर बैठेंगे। https://sarthakpahal.com/