
हरिद्वार, 1 जनवरी। मंशा देवी मंदिर पर ऊषा ब्रेको का रोपवे कल 1 जनवरी से बंद हो जाएगा। रोपवे संचालन की अनुमति आज 31 दिसंबर को पूरी हो गई है। जबकि अभी नई टेंडरिंग की संभावना नहीं है। ऐसे में रोपवे बंद होने से श्रद्धालु पर्यटकों को अब परेशानियों से दो-चार भी होना पड़ सकता है।
हरिद्वार में मंशादेवी मंदिर पर ऊषा ब्रेको का रोपवे नगरपालिका से अनुबंधित है। नगरपालिका ने वन विभाग की भूमि लीज पर लेकर ऊषा ब्रेको से रोपवे संचालन का करार किया हुआ है। जो दो वर्ष पूर्व पूरा हो गया था। इसके बाद शासन ने निगम को नयी टेंडरिंग के निर्देश देते हुए ऊषा ब्रेको को 31 दिसंबर 2023 तक रोपवे संचालन की सशर्त अनुमति दी थी। ऊषा ब्रेको की यह अनुमति कल पूरी हो गई है। जबकि इस दौरान निगम नयी टेंडरिंग की दिशा में जरुरी काम नहीं कर पाया। जिसके कारण रोपवे बंद होने का संकट आ गया है। इससे निगम को इस रोपवे से हो रही करीब पचास लाख रुपए महीने की आय पर भी ग्रहण लग रहा है।
अनुबंध के अनुसार ऊषा ब्रेको कंपनी निगम को सालाना सवा तीन करोड़ रुपए लीज रेंट और प्रति टिकट तीन रुपए सेस अदा करती है। नयी टेंडरिंग की दिशा में सबसे बड़ी बाधा ये है कि नगरपालिका द्वारा ऊषा ब्रेको को रोपवे संचालन के लिए दी गई करीब सत्तर फीसदी भूमि वन विभाग की है। जो अब राजाजी टाईगर रिजर्व में आ चुकी है। जबकि वन विभाग से नगरपालिका की लीज 2013 में ही पूरी हो चुकी है। ऐसे में अब नयी टेंडरिंग के लिए नगर निगम को वन विभाग से अपनी लीज को नवीनीकृत कराना होगा।
राजाजी पार्क और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण कानून के आस्तित्व में आने के बाद वन विभाग की भूमि के केंद्रीय कानूनों के दायरे में आ जाने से अब इसमें बाधा ही बाधा हैं। ऐसे में अब मंशा देवी रोपवे 1 जनवरी यानी आज से बंद हो गया। इससे अब मंदिर यात्रा को आने वाले श्रद्धालुओं की दिक्कतें बढ़ जाएंगी।
गौरतलब है कि बीते 6 महीने में टेंडर प्रक्रिया चालू कराने को लेकर हाईकोर्ट में दो बार याचिका डाली जा चुकी है, लेकिन उसके बाद भी हाई कोर्ट के निर्देश को दरकिनार किया जा रहा है। https://sarthakpahal.com/