क्राइमदेश-विदेशबड़ी खबरशिक्षासामाजिकस्वास्थ्य

झांसी मेडिकल कॉलेज के चाइल्ड वार्ड में आग, एक दिन से लेकर एक माह की उम्र के 10 बच्चों की मौत, दर्जनों घायल

Listen to this article

झांसी, 15 नवम्बर। स्थानीय मेडिकल कॉलेज के बच्चों के वार्ड में शुक्रवार देर रात आग लगने से बड़ा हादसा हो गया. इस भयानक अग्निकांड में 10 नवजात बच्चों की जलकर मौत हो गई. चाइल्ड वार्ड की खिड़की तोड़कर कई बच्चों को निकाला गया. जिलाधिकारी सहित प्रशासन के कई आला अधिकारी मौजूद रहे. फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया. कई थानों की पुलिस फोर्स भी मौके बुलानी पड़ी. अभी तक प्रशासन की ओर से 10 बच्चों की मौत की पुष्टि की गई है. इनमें 7 बच्चों की पहचान भी कर ली गई है, जबकि 3 बच्चों की पहचान नहीं हो पाई है

कई बच्चों को बचाया गया
रोते-बिलखते बदहवास परिजन अपने बच्चों को ढूंढते हुए अस्पताल में भटकते नजर आ रहे हैं. फिलहाल फौरी तौर पर आग लगने के पीछे शॉर्ट सर्किट का होना बताया जा रहा है. हादसे के वक़्त नीकु(NICU) वार्ड में करीब 49 नवजात बच्चे भर्ती थे. डीएम अविनाश कुमार ने 10 बच्चों की मौत की पुष्टि की है. लगभग 39 शिशुओं को बचा लिया गया. इनमें से कई बच्चे घायल हैं. उनका इलाज और माॅनिटरिंग की जा रही है. मेडिकल काॅलेज में भर्ती बच्चों की उम्र एक दिन से लेकर एक माह तक बताई जा रही है.

सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश, अधिकारी 12 घंटे में देंगे रिपोर्ट
इस बीच, प्रदेश के cm योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव को झांसी के लिए रवाना कर दिया है. इसके साथ ही सीएम ने झांसी कमिश्नर और DIG को हादसे की जांच करने के आदेश दिए हैं. इन अफसरों को 12 घंटे में रिपोर्ट देनी होगी. महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल काॅलेज बुंदेलखंड का सबसे बड़ा अस्पताल है. इलाज के लिए इलाके के कई जिलों के लोग यहां आते हैं.

हादसा रात 10 से 10.30 बजे के बीच का बताया जा रहा है. वार्ड में धुआं निकलता देखकर लोगों ने शोर मचाया, मगर जब तक किसी को कुछ समझ आता आग फैल चुकी थी. ज्यादातर बच्चों की मौत धुएं और झुलसने से हुई. अस्पताल परिसर में कोहराम मचा हुआ है.

कानपुर एडीजी जोन ने लिया हालात का जायजा
मुख्यमंत्री के निर्देश पर घटना का जायजा लेने लिए मेडिकल कॉलेज में कानपुर जोन के एडीजी आलोक सिंह भी पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले NICU का निरीक्षण किया. इसके बाद तत्पश्चात इमरजेंसी में पहुंचकर घायलों के चल रहे इलाज के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी. वहीं कई बच्चों के मां-बाप अभी भी अपने बच्चों को तलाशते नजर आ रहे हैं.

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में शॉर्ट सर्किट से हुआ हादसा
सीएम योगी के निर्देश पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य भी झांसी पहुंचे. जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि 10 बच्चों की मौत हो चुकी है. अन्य बच्चों का इलाज जारी है. वार्ड में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में शॉर्ट सर्किट आग लगी . इलाज के लिए भर्ती नवजात बच्चों की उम्र 1 दिन से लेकर 1 माह तक की है. सीएम ने घटना का संज्ञान लिया है. कमिश्नर और डीआईजी की ओर से इसकी जांच कराई जा रही है.

दोषियों पर होगी कार्रवाई
सरकार की तरफ से पहुंचे राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर उनको भेज गया है. उन्होंने सीएमओ सहित सभी मौजूद अधिकारियों चर्चा की . घायल बच्चों को सही इलाज दिए जाने के लिए कहा है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

मुख्यमंत्री के निर्देश पर अस्पताल पहुंचे झांसी के बबीना विधायक राजीव सिंह परिछा ने बताया कि घटना दुर्घटना में बदल गई है. हम सभी परिजनों के साथ हैं. मुख्यमंत्री घटना को लेकर संवेदनशील हैं. सबसे पहले हमारी सरकार की प्राथमिकता बच्चों को अच्छा इलाज दिए जाने की है.

आग की चपेट में आने से 10 बच्चों की मौत हो गई है जबकि वार्ड में लगभग 54-55 बच्चे भर्ती थे। बाकी बचाए गए बच्चों का इलाज जारी है।
-बिमल कुमार दुबे, मंडलायुक्त

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहौर ने बताया कि एनआईसीयू वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अंदर आग लग गई। आग बुझाने के प्रयास किए गए लेकिन चूंकि कमरा अत्यधिक ऑक्सीजनयुक्त था, इसलिए आग तेजी से फैल गई। कई बच्चों को बचा लिया गया। 10 बच्चों की मौत हो गई। घायल बच्चों का इलाज चल रहा है।
सचिन माहौर, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button