
कोटद्वार, 9 मार्च। नैनीडांडा ब्लॉक की ग्रामसभा बखरोटी के जमूण गांव में बाघ के हमले में एक महिला की मौत हो गई। घटना के वक्त महिला घर के पास खेत में घास काट रही थी। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे विधायक दिलीप रावत और अधिकारियों के समक्ष विरोध जताया। अधिकारियों ने ग्रामीणों को शांत कर मौके पर ही महिला के शव का पोस्टमार्टम कराया। एक घंटे पहले ही पति-पत्नी की फोन पर आखिरी बार बातचीत हुई थी।
घास काटने गयी थी खेत में
रामनगर वन प्रभाग/उप निदेशक सीटीआर के डीएफओ राहुल मिश्रा ने बताया कि जमूण गांव निवासी राज भदोला शनिवार को मां की आंखों का ऑपरेशन होने के कारण उन्हें देखने के लिए काशीपुर गया हुआ था। उसकी पत्नी गुड्डी देवी (56) घर पर अकेली थी और वह घर के पास खेत में घास काट रही थी। तभी बाघ ने उस पर हमला कर दिया और घसीटते हुए झाड़ियों में ले गया। घटना का पता शाम को पांच बजे तब चला, जब राज घर लौटा। खोजबीन करने पर गुड्डी का शव घटनास्थल से 300 मीटर दूर झाड़ियों में मिला। मृतका की पीठ पर बाघ के पंजों के निशान थे। उसके साथ कुत्ता होने के कारण बाघ उसके शव को खा नहीं पाया।
सूचना पर रविवार को विधायक दिलीप रावत, रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ राहुल मिश्रा, मंदाल के रेंजर अजय रावत, मैदावन के रेंजर हीरेंद्र रावत, नायब तहसीलदार श्रीधर प्रसाद नौटियाल, पटवारी सर्किल बूंगी-4 के राजस्व उपनिरीक्षक रतिभान और बीडीओ प्रमोद कुमार पांडे मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। कहा कि सूचना के कई घंटे बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा। ग्रामीणों ने वन विभाग से बाघ को नरभक्षी घोषित कर उसे पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने, बाघ के पकड़े जाने तक वन कर्मियों की गांव में तैनाती करने, मृतका के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और गांव में उगी झाड़ी कटवाने की मांग की।
रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ राहुल मिश्रा ने बताया कि मृतका के परिजनों को दो लाख की अहेतुक सहायता राशि प्रदान कर दी गई है। मुआवजे की अवशेष धनराशि भी जल्द ही पीड़ित परिवार को प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव में आठ वन कर्मियों की टीम तैनात कर दी गई है। हमलावर बाघ की मूवमेंट पर नजर रखने के लिए घटनास्थल के पास कैमरा ट्रेप भी लगाए जा रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों से समूह में आवाजाही करने और रात को घर से बाहर न निकलने की अपील की है।