ऋषिकेश, 5 फरवरी। आने वाली 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत हो जायेगी। हमेशा की तरह चारधाम यात्रा में यात्रियों की सुख-सुविधा को देखते हुए शासन-प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रशासन की तरफ से बुनियादी सुविधाओं को पूरा करने के लिए 15 अप्रैल अंतिम तारीख निर्धारित की गई है. इसके बाद तय समय सीमा में व्यवस्थाएं पूरी नहीं करने वाले विभागों की जवाबदेही तय होगी.
यात्रियों की सुविधाओं पर पूरा फोकस
आगामी चारधाम यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से आयोजित कराने के लिए प्रशासन ने अभी से कमर कस ली है. 5 फरवरी को गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने तमाम विभागों के अधिकारियों के साथ ट्रांजिट कैंप कार्यालय में बैठक की. बैठक में साल 2024 की चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को हुई दिक्कतों के संबंध में चर्चा की गई. मुख्य रूप से यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन-ऑफलाइन पंजीकरण, पार्किंग, ट्रैफिक और उनके ठहरने की व्यवस्था पर गढ़वाल कमिश्नर का फोकस रहा. इसके अलावा स्वास्थ्य सेवाओं को भी बेहतर बनाने पर चर्चा की गई.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर 60 प्रतिशत कोटा
बैठक में निर्णय लिया गया कि चारधाम यात्रा 2025 में यात्रियों की भीड़ बढ़ने पर हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, कीर्ति नगर, विकास नगर, बड़कोट में रोकने की पूरी व्यवस्था की जाएगी. गरीब और जरूरतमंद यात्रियों के ठहरने और खाने पीने की व्यवस्था भी प्रशासन की ओर से निशुल्क होगी, इस बार यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण में 60 प्रतिशत कोटा ऑनलाइन और 40 प्रतिशत कोटा ऑफलाइन निर्धारित किया गया है. जल्द ही ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा को खोल दिया जाएगा. यात्रा शुरू होने के बाद ऑफलाइन पंजीकरण पहले 15 दिन तक हरिद्वार और ऋषिकेश में 24 घंटे किए जाएंगे. 15 दिन बाद यात्रियों की भीड़ के हिसाब से ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा का समय निर्धारित किया जाएगा.
शुरु के एक माह में VIP दर्शन पर रोक रहेगी
इसके अलावा यात्रा शुरू होने के पहले माह में किसी भी प्रकार के वीआईपी, वीवीआईपी दर्शन पर रोक रहेगी. यदि कोई वीआईपी दर्शन करने जाएगा तो वह नियम अनुसार सामान्य व्यक्ति की तरह दर्शन करेगा. इस संबंध में देश के सभी स्टेट के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर अवगत कराया जाएगा.देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/
ट्रैफिक की व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे, इसके लिए पूरे चारधाम यात्रा को सेक्टर में विभाजित किया जाएगा. प्रत्येक 10 किमी के सेक्टर में दोपहिया वाहन पर चीता पुलिस गश्त करेगी. जो ट्रैफिक को नियंत्रित करने के साथ किसी भी अप्रिय घटना की सूचना तत्काल संबंधित अधिकारियों को भी देगी. इसके अलावा चारों धाम में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की जाएगी.