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चमोली के 50 से अधिक गांव बर्फ से ढके, औली में भी बिछी सफेद चादर, स्कूल बंद

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चमोली, 28 फरवरी। चमाेली जिले में लगातार दूसरे दिन भी बारिश और बर्फबारी होती रही। बदरीनाथ धाम में करीब दो फीट और हेमकुंड साहिब में तीन फीट तक ताजी बर्फ जम गई है। फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, गोरसों, औली, तपोवन के साथ ही नीती और माणा घाटी में भी जमकर बर्फबारी हो रही है।

जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 50 से अधिक गांव जहां बर्फ से ढक गए हैं। वहीं बर्फबारी से हाईवे कई जगह बंद हो गया है। वहीं, बारिश और बर्फबारी के चलते एक मार्च शनिवार को चमोली जनपद में कक्षा एक से आठवीं तक के सरकारी व अर्द्ध सरकारी विद्यालय बंद रहेंगे।

बुधवार को देर रात से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया था, जो शुक्रवार को भी जारी रहा। निजमुला घाटी के पाणा, ईराणी, झींझी, सुतोल, कनोल, पेरी, घूनी, रामणी, तपोवन सहित 50 से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं। गांवों के पैदल रास्ते और खेतों में भी बर्फ जम जाने से ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ गई हैं।

मलारी हाईवे भी भापकुंड से आगे और चमोली-ऊखीमठ हाईवे कांचुलाखर्क से आगे बंद हो गया है। औली जा रहे वाहन बर्फ में फिसल रहे हैं। हाईवे खोलने के लिए जेसीबी लगा दी गई है। बदरीनाथ में अब पांच फीट से अधिक, हेमकुंड में सात फीट, माणा गांव में करीब सात फीट तक बर्फ है।

चमाेली जिले में हो रही बारिश और बर्फबारी को देखते हुए जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने आईआरएस से जुड़े अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि अधिकारियों को सड़कों पर यातायात सुचारु करने और क्षतिग्रस्त बिजली लाइनों का सुधारीकरण कर बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए हैं।

बर्फबारी के बीच औली में पर्यटकों ने भी जमकर लुत्फ उठाया। हालांकि दो दिन से मौसम खराब होने के चलते पर्यटक ज्यादा संख्या में नहीं पहुंचे हैं। बर्फबारी से ज्योतिर्मठ-औली मार्ग पर भी फिसल की स्थिति बनी है जिससे पर्यटकों के वाहनों की आवाजाही मुश्किल हो रही है।

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