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सतपुली गुमखाल के बीच गुलदार ने फिर किया बच्चे पर हमला, दहशत में लोग; पकड़ने में जुटा वन विभाग

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कोटद्वार, 25 अगस्त। नजीबाबाद बुवाखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर सतपुली गुमखाल के मध्य सड़क चौड़ीकरण कार्य में जुटे नेपाली श्रमिकों के डेरे पर एक बार फिर गुलदार ने हमले का प्रयास किया। बीती देर रात गुलदार ने टेंट में अपने मां पिता के बीच में सो रहे एक नौ साल के बच्चे को खींचने का प्रयास किया।

टेंट के भीतर पिता अपने बेटे को दबोचे रहा, जबकि टेंट के बाहर से गुलदार बच्चे को खींचने की कोशिश कर रहा था। गुलदार के हमले में बच्चे के हाथ पर घाव हुआ है। दो दिन पूर्व ही सतपुली मल्ली के समीप वन विभाग के विश्राम गृह से करीब आधा किलोमीटर पहले गुलदार नेपाली श्रमिकों के डेरे से तीन साल के विवेक ठाकुर पुत्र रमेश को उठा ले गया था।

अगले दिन विवेक का अधखाया शव डेरे से करीब दो सौ मीटर दूर बरामद हुआ। इस घटना के बाद नेपाली श्रमिकों के डेरे को अन्यत्र शिफ्ट कर दिया गया। डेरा पूर्व के स्थान से करीब दो किलोमीटर आगे गुमखाल की तरफ शिफ्ट किया गया।

तीन दिन बाद फिर से किया हमला
पूर्व में हुई घटना को अभी लोग भूले भी न थे कि बीती रात गुलदार ने फिर से श्रमिकों के डेरे पर हमला किया। रात्रि करीब 11.30 बजे गुलदार एक नेपाली श्रमिक के डेरे के पास पहुंचा टेंट के बाहर से ही डेरे के भीतर सो रहे नौ साल के लड़के को खींचने का प्रयास किया। गुलदार ने लड़के का हाथ दबोचा और उसे बाहर खींचने लगा। लड़के का शोर सुन माता पिता सहित अन्य टेंटों में रह रहे लोग जाग गए और टेंटों से बाहर निकल आए।

उधर, टेंट के भीतर लड़के के पिता ने उसे दबोचे रखा, जिस कारण गुलदार लड़के को नहीं खींच पाया। शोर होने पर कुछ देर बाद गुलदार लड़के को छोड़ जंगल की तरफ भाग गया। इधर, सुबह होने पर लड़के को उपचार के लिए सतपुली हॉस्पिटल ले जाया गया है। वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।

दो दिन पूर्व सतपुली मल्ली के समीप गुलदार ने मासूम को बनाया था निवाला
दो दिन पूर्व सतपुली मल्ली के निकट मासूम को निवाला बनाने वाला गुलदार अब तक पिंजरे में कैद नहीं हो पाया है। गुलदार सतपुली बाजार, रेतपुर, दंगलेश्वर महादेव के आसपास घूमता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि गुलदार को कैद करने के लिए वन विभाग ने घटनास्थल के साथ ही आसपास के क्षेत्र में पिंजरे व चार ट्रैप कैमरे भी लगाए हुए हैं। लेकिन, आबादी के आसपास बढ़ रही गुलदार की धमक ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है।

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