बेटे का शव कंधे पर ले जाने के मामले में बिजली विभाग के तीन अधिकारी सस्पेंड

प्रयागराज। बेटे का शव कंधे पर ले जाने के मामले में यूपी सरकार ने एक्शन लेते हुए बिजली विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ मुख्य अभियंता समेत दो लोगों को चार्जशीट दी गयी है।
प्रयागराज के करछना थाना क्षेत्र के रामपुर उपरहार गांव में मानवता को शर्मशार करने वाली तस्वीर उजागर हुई है। एक परिवार को अपने बच्चे को खोने से ज्यादा दुख भला और क्या हो सकता है, लेकिन यही दुख तब और चुभ जाता है जब अपने ही बच्चे की लाश को कंधे पर ढोना पड़े। बजरंगी यादव के 10 वर्षीय बेटा शुभम पोल पर करंट की चपेट में आने से मौत हो गयी। बच्चे को एसआरएन अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव घर ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली और न ही कोई मदद मिली।
इसके बाद बाप बेटे का शव कंधे पर रख 20 किमी की दूरी पैदल तय कर गांव पहुंचा, जहां लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर हंगामा किया। इस मामले में बिजली विभाग के खिलाफ थाने में तहरीर भी गयी। इस बीच बेटे का शव कंधे पर ले जाने का वीडियो वायरल होने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम की ओर से मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की गयी।
एंबुलेंस के लिए पैसों की थी डिमांड
मजबूर पिता ने ताया कि एंबुलेंस की सुविधा के लिए पैसों की डिमांड की जा रही थी, लेकिन ये गरीबी है साहब, परेशानी में और मजबूर बना देती है। एंबुलेंस के लिए पैसे थे नहीं, इसलिए मजबूर होकर बेटे को शव को कंधे पर ढोना पड़ा।
इन लोगों पर गिरी गाज
मुख्यॉ अभियंता विनोद कुमार गंगवार, अधीक्षण अभियंता प्रशांत सिंह को चार्जशीट दी गयी। अवर अभियंता आशीष, एसडीओ अमित गुप्ता, अधिशासी अभियंता अभषेक कुमार को निलंबित कर दिया गया है।