देहरादून, 12 जून। उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की सीमा खत्म कर दी है। चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार में श्रद्धालुओं के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का बैकलॉग पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए जिलाधिकारियों से समन्वय बनाने के निर्देश दिए हैं। बैठक में गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए जो श्रद्धालु हरिद्वार और ऋषिकेश आ रहे हैं, उनका पंजीकरण कर चारधाम यात्रा पर भेजा जा रहा है। पंजीकरण की सीमा खत्म कर दी गयी है। पंजीकरण अब सीमित नहीं है।
मुख्यमंत्री आवास पर सीएम ने उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समय-समय पर उच्चाधिकारी यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करें। बेहतर व्यवस्थाओं के लिए जिलाधिकारियों का सहयोग करें। सीएम ने निवेशक सम्मेलन के दौरान हुए निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि ऐसे निवेश प्रस्तावों को पहले प्राथमिकता दी जाए जो राज्य की परिस्थितियों के अनुकूल हों तथा स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने में सहायक हों। उन्होंने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन और दिल्ली-देहरादून एलीवेटेड रोड के तहत राज्य में टनल निर्माण में लगी कार्यदायी संस्थाओं के साथ बैठक बुलाने और निर्माण कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।
108 को कॉल रिसीव न होने पर जांच के आदेश
सीएम ने बेतालघाट (नैनीताल) में पिकअप पलटने पर घायलों द्वारा 108 को कॉल करने पर फोन न उठाने की खबर का संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिए कि इस मामले की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि यदि यह खबर सही है तो इसके प्रति जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण के लिए कर्तव्य निर्धारित हों
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यात्रा प्राधिकरण बनाने के लिए, कर्तव्य और दायित्व निर्धारित किए जाएं। इसमें प्रशासन, मंदिरों, ट्रासपोर्टस, टूर एजेंटो एवं अन्य संबंधित पक्षों के साथ बैठक की जाए। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों पर 42 सीटर तक की बसों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।