उत्तराखंडदेश-विदेशपर्यटनबड़ी खबरयूथ कार्नरवीडियोशिक्षासामाजिक

4 मई को खुलेंगे बदरीनाथ के कपाट, राजमहल में पूजा-अर्चना के बाद तीर्थ पुरोहितों की घोषणा, video

Listen to this article
ऋषिकेश/नरेंद्र नगर/टिहरी/ देहरादून, 2 फरवरी।  इस साल विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को प्रातः 6 बजे खुलेंगे. टिहरी जिले स्थित नरेंद्र नगर राजमहल में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर सादे धार्मिक समारोह में पूजा-अर्चना के बाद पंचांग गणना कर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की गई. इस दौरान टिहरी राजपरिवार, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के सदस्यों की उपस्थिति में धर्माचार्यों ने कपाट खुलने की तिथि तय की. 22 अप्रैल को गाडू घड़ा (पवित्र तेल कलश) के लिए तिलों से तेल पिरोने की तिथि निर्धारित की गई है.
गौर हो कि इस साल भगवान बदरी-विशाल के कपाट 4 मई को प्रातः 6 बजे खुलेंगे. जबकि 22 अप्रैल को गाडू घड़ा (पवित्र तेल कलश) के लिए तिलों से तेल पिरोने की तिथि निर्धारित की गई है. बसंत पंचमी को नरेंद्र नगर स्थित राज महल में महाराजा मनुजयेंद्र शाह, राजकुमारी शीरजा शाह, पंडित कृष्ण प्रसाद उनियाल की उपस्थिति में पंचांग गणना के पश्चात कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई. उल्लेखनीय है कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित होते ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां शुरू हो जाएंगी. इस अवसर पर धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल,  वेदपाठी आचार्य रविंद्र भट्ट , सहायक अभियंता विपिन तिवारी, सहायक अभियंता गिरीश देवली ओएसडी राजपाल जड़धारी, हरीश डिमरी, विनोद डिमरी, दिनेश डिमरी, नरेश डिमरी, शैलेन्द्र डिमरी, अरविंद डिमरी, मोहन सती, बाबा उदय सिंह स्वास्तिक नौटियाल, आशाराम नौटियाल, विश्वनाथ सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद रहे।
भगवान बदरी विशाल के अभिषेक और अखंड ज्योति के लिए, नरेंद्र नगर राजमहल में आगामी 22 अप्रैल को सुहागन महिलाओं द्वारा राजमहल में पीला वस्त्र धारण कर मूसल व सिलबट्टे से तिलों का तेल पिरोया जाएगा.
बसंत पंचमी के दिन राजदरबार में तय होती है धाम के खुलने की तिथि
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने और बंद होने की एक विशेष प्रक्रिया है. बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि बसंत पंचमी पर टिहरी जनपद के नरेंद्रनगर स्थित राजदरबार में तय होती है. वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट होने की तिथि विजयादशमी पर्व पर पूजा-अर्चना व पंचांग गणना के बाद तय की जाती है. बताते चलें कि 17 नवंबर 2024 को उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए थे. जिसके कई श्रद्धालु साक्षी बने थे.
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया  कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि शिवरात्रि  बुधवार 26 फरवरी  को पंचांग गणना पश्चात तय होगी। कपाट खुलने की तिथि तय करने हेतु श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में  26 फरवरी को प्रात: 9.30 बजे से समारोह शुरू होगा। वहीं द्वितीय केदार मद्महेश्वर तथा तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट खुलने की तिथि  वैशाखी के दिन तय होगी।देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहिये https://sarthakpahal.com/

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button