महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान; शाही अंदाज में घाटों पर पहुंचे साधु-संन्यासी, 13 अखाड़े लगा रहे डुबकी
प्रयागराज, 3 फरवरी। महाकुंभ में आज बसंत पंचमी पर तीसरा अमृत स्नान चल रहा है. अखाड़ों ने तड़के से ही शाही अंदाज में स्नान शुरू कर दिया है. संगम के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है. अमृत स्नान के लिए अखाड़े अपने शिविर से निकलकर संगम की तरफ शाही अंदाज में पहुंचे.
साधु-संन्यासियों ने हाथों में तलवार-भाला लेकर कलाबाजी भी दिखाई. पंचायती निरंजनी अखाड़े के संतों ने सबसे पहले डुबकी लगाई. इसके बाद जूना अखाड़े और किन्नर अखाड़े से जुड़े साधु-संतों ने स्नान किया. फिर आह्वान अखाड़ा पहुंचा. कुल 13 अखाड़े एक के बाद अमृत स्नान कर रहे हैं. वहीं मौनी अमावस्या की भगदड़ के बाद क्राउड मैनेजमेंट पर पूरा जोर दिया जा रहा है. हेलिकॉप्टर के जरिए भीड़ की निगरानी की जा रही है. इसके अलावा 2 हजार से अधिक सीसीटीवी भी लगाए गए हैं. 90 से अधिक IPS अफसरों को भी भीड़ नियंत्रण में लगाया है. महाकुंभ मेले का आज 22वां दिन है.
राजाओं की तरह रथ से निकले संत, आगे-आगे चल रही नागाओं की सेना
महाकुंभ में बसंत पंचमी के स्नान पर अखाड़े शाही अंदाज में घाट तक पहुंचे. श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, श्री पंचायती अटल अखाड़ा, श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी, श्री पंचायती आवाहन अखाड़ा, पंच दशनाम जूना अखाड़ा, आवाहन और अग्नि अखाड़ा के साथ ही किन्नर अखाड़े से जुड़े साधु-संत शिविर से निकल कर संगम की तरफ बढ़े. सभी अखाड़ों के साधु-संत महंत महामंडलेश्वर राजाओं की तरह अपने अपने रथ पर सवार होकर निकले. अखाड़े के महामंडलेश्वर के रथ के आगे आगे नागाओं की सेना अस्त्र-शस्त्र लेकर आगे आगे चल रही थी.
अमृत स्नान साधु-संतों के लिए बेहद अहम : पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति
निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर, पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि आज बसंत पंचमी की पूरे देश को बधाई देती हूं. यह पावन पर्व हम साधु-संन्यासियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. हमने इस मौके पर अमृत स्नान किया. यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि जो मौनी अमावस्या पर घटना हुई है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम सवाल उठाना है, लेकिन उन्हें यह सोचना चाहिए कहां बोलना है और कहां नहीं.