‘काशी-विंध्याचल, अयोध्या के बाद मथुरा-वृंदावन की बारी’, आजमगढ़ में बोले CM Yogi

आजमगढ़, 20 जून। CM Yogi आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के बाद कहा कि प्रदेश ने विरासत व विकास का अद्भुत समन्वय स्थापित किया है। प्रयागराज में महाकुंभ, अयोध्या में भगवान रामलाल का भव्य मंदिर, काशी में नव्य भव्य विश्वनाथ धाम, मां विंध्यवासिनी और चित्रकूट धाम का विकसित होना प्रदेश को नई पहचान दिला रहे हैं। अब मथुरा-वृंदावन की बारी है और वहां हमारा कार्य प्रारंभ हो चुका है।
गोरखपुर के जैदपुर से आजमगढ़ के सलारपुर तक बने 91 किमी लंबे लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों छोर पर मुख्यमंत्री ने इसका लोकार्पण किया, पहले सलारपुर में और उसके बाद इस एक्सप्रेसवे से सफर करके जैदपुर में। दोनों जगह जनसभा को संबोधित किया। कहा कि 2017 से पहले सड़कों का हाल ऐसा था कि गड्ढे में सड़क थी या सड़क में गड्ढा, पता ही नहीं चलता था। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास तो हो गया था, लेकिन जमीन तक नहीं खरीदी गई थी।
2017 में केवल दो एक्सप्रेसवे (यमुना और आगरा-लखनऊ) थे, जिनमें आगरा-लखनऊ अधूरा था और भाजपा की डबल इंजन सरकार ने उसे पूरा किया। प्रदेशवासियों को गंगा एक्सप्रेसवे भी इस साल के अंत तक समर्पित हो जाएगा। योगी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को एक्सप्रेसवे से गति दे रहे उत्तर प्रदेश में 2017 के बाद माहौल बदला तो आठ वर्षों में 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव यूपी को प्राप्त हुए।
15 लाख करोड़ रुपये के निवेश से इंफ्रास्ट्रक्चर (आधारभूत ढांचे) का भी विकास हुआ। लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ के लिए किसी सौगात से कम नहीं है। युवाओं को प्रदेश में ही रोजगार मिले, इसके लिए एक्सप्रेसवे के किनारे इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाया जाएगा। सौ वर्ष पूर्व गोरखपुर के दक्षिणांचल से थाइलैंड आदि देशों में पलायन हुआ था।
अब यहीं रोजगार मिलेगा। यह कनेक्टिविटी पटना से दिल्ली तक की यात्रा को आसान बनाएगी। CM Yogi बोले-एक घंटे में सलारपुर से गोरखपुर आया। पूछा तो पता चला कि लोग दो घंटे में सलारपुर से लखनऊ पहुंच गए। गोरखपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होते हुए लखनऊ जाने में सिर्फ तीन घंटे लगेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और डबल इंजन सरकार के प्रयासों से उप्र बीमारू राज्य से एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में स्थापित हो रहा है।