कोटद्वार नगर निगम में लाखों डकारने वाले दो और गिरफ्तार, काफी समय से थे फरार

कोटद्वार। कोटद्वार नगर निगम में लाखों रुपये के गबन व घोटाले के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में मास्टरमाइंड लेखा लिपिक पंकज रावत, सुमिता देवी व अभियुक्त कुलदीप सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन अन्य आरोपी फरार चल रहे थे। जिसके चलते पुलिस कई जगहों पर दबिश दे रही थी।
मास्टरमाइंड पंकज रावत समेत 7 के खिलाफ है मुकदमा दर्ज
गुरुवार को टीम ने अहसान पुत्र अकबर निवासी आमपड़ाव थाना कोटद्वार जिला पौड़ी गढ़वाल व नीरज रावत पुत्र सुरेन्द्र सिहं निवासी सिताबपुर थाना कोटद्वार जिला पौड़ी गढ़वाल को गिरफ्तार किया है। बता दें कि हाल ही में लाखों रुपये के घोटाले में भी मास्टर माइंड लेखा लिपिक पंकज रावत समेत सात लोगों के खिलाफ गबन, धोखाधड़ी और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। मामले में सुमिता देवी और कुलदीप सिंह को पिछले साल 8 दिसम्बर को जबकि पंकज रावत को 14 दिसम्बर, 22 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
इस मामले में तत्कालीन नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी ने पंकज रावत, ठेकेदार एहसान अहमद, नीरज रावत, अहसान, राजपाल सिंह, सुमिता देवी और रमेश चंद्र चौधरी के खिलाफ तहरीर दी थी। इन लोगों ने 23 चेकों के माध्यम से 96.35 लाख रुपये का भुगतान प्राप्त किया जिसकी पूर्व में विभागीय जांच सहायक नगर आयुक्त कर चुके हैं। जांच रिपोर्ट में नगर निगम के खातों से 96,34,860 रुपये की धनराशि के अवैध रूप से भुगतान होने की पुष्टि हुई थी। https://sarthakpahal.com/
आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 409, 420, 120 (बी) के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। बाद में, मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7ए/13 भी जोड़ दी गयी।