
देहरादून। जिस घर में आज बेटी की जन्मदिन की खुशियां मनाई जानी थीं, वहां आज चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। हर पल हंसती-मुस्कुराती रहने वाली अंकिता का आज 11 नवम्बर को बर्थडे है, लेकिन इस शुभ घड़ी में परिवार की आंखों में आंसू हैं। बर्थडे के साथ ही आज परिजनों के लिए एक और खास दिन भी है।
आज हाईकोर्ट में अंकिता के फैसला का दिन
अंकिता के गुनहगारों के साथ क्या होगा, इसका फैसला भी आज हाईकोर्ट में होना है। पौड़ी गढ़वाल निवासी आशुतोष नेगी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर आज नैनीताल हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। परिजनों की टकटकी निगाहें हाईकोर्ट से फैसले पर टिकी हैं। उनका कहना है कि अगर आज अंकिता को न्याय मिला तो उसके जन्मदिन का इससे बड़ा और क्या तोहफा हो सकता है।
आशुतोष नेगी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रखी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पौड़ी निवासी अंकिता भंडारी हत्याकांड के सुबूत विधायक रेनू बिष्ट के निर्देश पर वनंतरा रिजार्ट में बुलडोजर चलवाकर नष्ट कर दिये गये हैं। रिजार्ट में बतौर रिसेप्शनिष्ट अंकिता के कमरे से चादर तक गायब कर दी गयी है। याची ने इस प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है।
अंकिता की गुमशुदगी मामले में 23 सितम्बर को पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उनकी निशानदेही पर 24 सितम्बर को अंकिता का शव चीला नहर से बरामद किया गया था।
उधर, प्रदेश महिला कांग्रेस ने उत्तराखंड की बेटियों को न्याय के लिए घंटाघर से गांधी पार्क तक कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मूल रूप से पौड़ी की रहने वाली दोनों बेटियों को न्याय मिले, इसके लिए सरकार कोई विकल्प तलाशे। हरीश रावत ने कहा कि बेटियां पूछ रही हैं कि कोई तो है जो उनका गुनहगार है। https://sarthakpahal.com/