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दो हजार के लालच में नप गया कानूनगो, रिश्वतखोरी में विजलेंश ने किया गिरफ्तार

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रुड़की, 19 फरवरी। हरिद्वार जिले के रुड़की में विजिलेंस की टीम ने चकबंदी विभाग के एक कानूनगो को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा है. फिलहाल, विजिलेंस की टीम कानूनगो से बंद कमरे में गहनता से पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि कानूनगो ने दो हजार रुपए की रिश्वत ली थी. वहीं, इस कार्रवाई के बाद तहसील परिसर में अफरा-तफरी मची हुई है.

दरअसल, रुड़की तहसील में चकबंदी में तैनात कानूनगो कृष्णपाल को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए देहरादून से पहुंची विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. पूरे मामले में ग्रामीण ने विजिलेंस के टोल फ्री पर एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें ग्रामीण ने बताया था कि उसके गांव में एक भाई की मौत हो चुकी है. जिसके बाद उनकी 5 बेटियों की विरासत में कृषि भूमि आई हुई है, लेकिन ताऊजी समेत अन्य लोग कृषि भूमि उन्हें नहीं दे रहे हैं. जिस कारण उसकी भतीजी ने अपने हिस्से के बंटवारे के लिए बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी रुड़की में वाद दाखिल किया.

2 हजार रुपए के लालच में नपा कानूनगो
आरोप था कि इससे पहले फाइलों में रिपोर्ट लगाने के एवज में कानूनगो कृष्णपाल ने 4,000 रुपए ले लिए थे. इसके बाद जमीन के बंटवारे से संबंधित फाइल को चकबंदी अधिकारी को प्रेषित करने के लिए अपनी आख्या लगाने के लिए दोबारे से चकबंदी कानूनगो कृष्णपाल ने 2,000 रुपए की अतिरिक्त मांग की. जिस पर शिकायतकर्ता ने रिश्वत न देकर कानूनगो के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की ठानी. जिसके बाद ग्रामीण ने विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई.

देहरादन की विजिलेंस की टीम ने दबोचा
वहीं, शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून की ट्रैप टीम रुड़की पहुंची. जहां विजिलेंस ने अपनी कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की. कार्रवाई के अनुसार जैसे ही पीड़ित ने कानूनगो को तहसीलदार भवन के बाहर 2 हजार रुपए दिए. तभी पहले से तैनात विजिलेंस की टीम ने कानूनगो को धर दबोचा. इसके बाद टीम उसे तत्काल लेखपाल कक्ष में ले गई और पूछताछ कर रही है. कानूनगो की गिरफ्तारी के बाद सतर्कता अधिष्ठान देहरादून की टीम उसके आवास की तलाशी और अन्य स्थानों पर चल-अचल संपत्ति के संबंध में पूछताछ कर रही है.

तहसील में लेखपाल और कानूनगो पहले भी पकड़े जा चुके हैं
बता दें कि रुड़की तहसील में इससे पहले भी चकबंदी के कई लेखपाल और कानूनगोरिश्वत लेने के मामले में पकड़े जा चुके हैं, जिन्हें जेल भी भेजा जा चुका है. इस बार भी ग्रामीण को अपनी जमीन की पैमाइश करानी थी और वो कानूनगोकृष्णपाल के चक्कर काट रहा था, लेकिन कानूनगोने ग्रामीण से पैसों की मांग कर डाली. जिसकी शिकायत ग्रामीण ने विजिलेंस से की. जिस पर अब रिश्वतखोर कानूनगोविजिलेंस की गिरफ्त में है.

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