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चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और डॉ स्वामीनाथन को भी भारत रत्न सम्मान

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नई दिल्ली, 9 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट करके तीन हस्तियों को भारत रत्न दिए जाने का एलान किया। इनमें किसान नेता और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन शामिल हैं। इससे पहले 23 जनवरी को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और 3 फरवरी को देश के पूर्व-उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने का एलान हो चुका है।

चुनावी साल में एक के बाद एक पांच हस्तियों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। सियासी जानकार कह रहे हैं कि इससे मोदी सरकार ने अलग-अलग राज्यों में कई समीकरण साध लिए हैं।

पीएम मोदी ने कहा, हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे।

नरसिम्हा राव ने की देश सेवा
पीएम ने अपनी अगली पोस्ट में लिखा कि नरसिम्हा राव ने एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में विभिन्न क्षमताओं में भारत की बड़े पैमाने पर सेवा की। पीएम ने ये भी लिखा कि प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों के लिए याद किया जाएगा। उनके कार्यकाल में भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया गया था, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला। https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/

हरित क्रांति के जनक को भी भारत रत्न
देश में हरित क्रांति के जनक कहने जाने वाले एमएस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न देने का एलान किया गया है। पीएम ने पोस्ट में लिखा कि भारत सरकार कृषि और किसानों के कल्याण में हमारे देश में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है। उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए।

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