
देहरादून, 6 सितम्बर। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के ‘दिल का धड़कन’ कहे जाने वाले घंटाघर की तस्वीर बदल गई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के केंद्र बिंदु माने जाने वाले ऐतिहासिक घंटाघर के सौंदर्यीकरण, भव्य रूपांतरण और ऑटोमेटिक लाइट व्यवस्था का शुभारंभ किया. इसके साथ ही सीएम धामी ने घंटार क्षेत्र में महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए निर्मित 4 अत्याधुनिक हिलांस-कम-किचन आउटलेट्स का भी शुभारंभ किया. वहीं, तमाम बच्चों को स्कूल बैग और पुस्तक भी वितरित किए गए.
घंटाघर देहरादून की पहचान है. इसका नया और आकर्षक स्वरूप न केवल पर्यटकों को आकर्षित करेगा. बल्कि, स्थानीय नागरिकों को भी गर्व की अनुभूति कराएगा. ऑटोमेटिक लाइट व्यवस्था से यह स्थल रात में भी जगमगाता और शहर की नाइटलाइफ में भी नया रंग भरने का काम करेगा.
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
डेढ़ करोड़ की लागत से हुआ है पुनर्निर्माण
सीएम धामी ने कहा कि करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से इस ऐतिहासिक धरोहर का पुनर्निर्माण कर इसे एक भव्य और आधुनिक स्वरूप दिया किया गया है. उन्हें पूरा विश्वास है कि इस धरोहर का नया स्वरूप न केवल देहरादून की शोभा बढ़ाएगा. बल्कि, ये हमारी शीतकालीन राजधानी में आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी होगा.
हिलांस कैंटीनों का लोकार्पण
उन्होंने कहा कि देहरादून में चार स्थानों पर हिलांस कैंटीनों का लोकार्पण भी किया गया है. ये कैंटीन कलेक्ट्रेट, कोरोनेशन अस्पताल, गुच्चुपानी और आईएसबीटी में स्थापित की गई है. ये कैंटीनें न केवल आम लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराएंगी. बल्कि, हमारे स्वयं सहायता समूहों की बहनों को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी सशक्त बनाएंगी.